14 जनवरी 2022

                                                                     

धारावाहिक लेख:- मकरसक्रांन्ति,14 जनवरी 2022, भाग-2,अंतिम
सूर्य का मकर राशि प्रवेश- 14 जनवरी 2:27 pm सक्रांति पुण्यकाल:-8:05 am से 5:45 pm तक
महापुण्य काल मुहूर्त:-2:12 pm से 2:36 pm तक
अवधि:- 24 मिनट
मकर संक्रांति 2022 के विशेष योग तथा शुभाशुभ फल:-
मकर संक्रान्ति 14 जन शुक्रवार को दोपहर, 2 बजकर 27 मिंनट पर वृष लग्न में प्रवेश करेगी। इस संक्रांति का पुण्यकाल प्रातः 8 बजकर 05 मिंनट बाद से सारा दिन रहेगा। वार के अनुसार मिश्रा तथा नक्षत्र के अनुसार नन्दा नामक यह सक्रांति ब्राह्मण पशुओं, शिक्षित वर्ग के लिए लाभकारी रहेगी। इस दिन तीथों पर स्नानदानादि का भी विशेष माहात्म्य होता है। वहाँ न जा सके तो गृह में ही श्रद्धापूर्वक स्नान करें, वहीं उनका स्मरण करें। तथा निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करें:-
"गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वती, नर्मदे सिन्धु कावेरि जलेऽस्मिन् संनिधं कुरु।"
14 जनवरी से भारत की प्रभाव राशि मकर पर सूर्य बुध-शनि योग रहने से केन्द्रीय अथवा किसी राज्य मन्त्रीमण्डल में महत्त्वपूर्ण परिवर्तन होने के संकेत हैं। कुछ राज्यों में शासन परिवर्तन, विपरीत जलवाणु एवं प्राकृतिक प्रकोणों से खड़ी फसलों का हानि पहुँचे।
सक्रांति राशिफल- यह सक्रांति, मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, धनु, मकर, कुम्भ तथा मीन राशि वालों के लिए लाभदायक रहेगी।
मकरसंक्रान्ति पर किए जाने वाले शुभ कार्य तथा दान कर्म:-
सक्रांति काल में तीर्थ स्नान का विशेष महत्त्व हैं । गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा एवं कावेरी नदियों के किनारे स्थित क्षेत्र में स्नान करने वाले को महापुण्य का लाभ मिलता है।’
इस संक्रांति में दान का बड़ा महत्व बताया है। कहते हैं इस संक्रांति में किया गया स्नान-दान इत्यादि शुभ कर्म लोक-परलोक दोनों में ही सुख और समृद्धि प्रदान करता है।
1. मकरसंक्रान्ति के शुभ दिन प्रातःकाल से लेकर सूर्यास्त तक देश के किसी भी पवित्र तीर्थ स्थान, संगमस्थल, नदी, कुंओ, बावडी, सरोवर इत्यादि मे स्नान करे। गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा व कावेरी इन तीन नदियो मे, तथा गंगासागर जैसे तीर्थों मे स्नान करने से अधिक पुण्य मिलता है ।
जो लोग व्यस्तताओ के कारण इन स्थानो पर न जा पाये वह प्रातःकाल स्नान के जल मे गंगाजल मिलाकर स्नान करे, संभव हो तो नहाने के जल की बाल्टी लेकर बाहर खुले मे स्नान करे, क्योकि इस दिन वातावरण मे शुभ सत्च तंरगे अघिक होती है ।
2. स्नान करने के उपरांत एक तांबे के लोटे मे जल भरकर उसमे थोडा गुड, लाल चंदन, रोली, चावल, तथा लाल फूल डालकर मंत्र बोलते हुए सूर्यदेव को अर्ध्य दे ।
मन्त्र
1. ऊं सूर्याय नम: ऊं आदित्याय नम: ऊं सप्तार्चिषे नम:
2. ऋड्मण्डलाय नम: , ऊं सवित्रे नम: , ऊं वरुणाय नम: , ऊं सप्तसप्त्ये नम: , ऊं मार्तण्डाय नम: , ऊं विष्णवे नम:
3.शिव मंदिर मे जलाभिषेक करके तिल के तेल से ज्योत जलाये ।
4. श्रीविष्णु पूजन, सूर्यजप, सूर्याष्टकम, पुरुषसूक्त तथा स्तोत्र पाठ करे ।
5. काले तिलो से पितृृश्राद्ध अर्थात तिलांजलि दे । विधिवत पितृरो के उद्धार के लिए इस दिन पिंडदान करना अत्यंत पुण्यदायी है ।
6. विद्धान को अन्नदान, घृत यानि धी दान, वस्त्रदान, रजाई-कम्बल, फल, तथा तिल और गुड से बने लड्डू-रेवडी, गुड, गाय, घोडा, स्वर्ण, नए बर्तन इत्यादि यथाशक्ति दान करने से अनन्त पुण्य की प्राप्ति होती है।
7. जो व्यक्ति अपने ऊपर से ग्रहो का,या मारकेष का बुरा प्रभाव हटाना चाहे वह इस दिन तुलादान अवश्य करे ।
8. मकर सक्रांति के दिन उडद की दाल, चावल, देसी धी, तथा नमक का दान धर्म स्थान पर करे ।
9. इस दिन उडद की दाल की खिचड़ी बनाकर भगवान को भोग लगाकर अधिक से अधिक मात्रा मे बांटने से अत्यधिक पुण्य प्राप्ति होती है ।
इस पर्वकाल में किया गया दान एवं पुण्यकर्म विशेष फलप्रद होता है ।
10. तिल में सत्त्व तरंगें ग्रहण करने की क्षमता अधिक होती है । इसलिए तिल गुड का सेवन करने से अंतःशुद्धि होती है, अतः इस दिन तिल का तेल एवं उबटन शरीर पर लगाना, तिल मिश्रित जल से स्नान, तिल मिश्रित जल पीना, तिल होम करना, तिल दान करना, इन छहों पद्धतियों से तिल का उपयोग करने वालों के सर्व पाप नष्ट होते हैं।
11. संक्रांति के पर्वकाल में दांत मांजना, कठोर बोलना, वृक्ष एवं घास काटना तथा काम-विषय सेवन करना, ये कृत्य पूर्णतः वर्जित हैं।’
(समाप्त)
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आगामी लेख:-
1. 14 जन० को "मकर संक्रांति" सम्पूर्ण लेख।
2. 15 जन० को "उत्तरायण-दक्षिणायन" पर लेख
3. 16 जन० को "माघमास" पर लेख।
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जनवरी 2022-शुभ दिन:- 13 (रात्रि 8 उपरांत), 14, 16 (दोपहर 3 तक), 17 (दोपहर 4 उपरांत), 19, 20, 21 (सवेरे 9 उपरांत), 22, 23, 24 (सवेरे 9 तक), 26, 29
जनवरी 2022-अशुभ दिन:- 15, 18, 25, 27, 28, 30, 31
भद्रा:- 13 जन 6:10 am to 13 जन 7:33 pm तक ( भद्रा मे मुण्डन, गृहारंभ, गृहप्रवेश, विवाह, रक्षाबंधन आदि शुभ काम नही करने चाहिये , लेकिन भद्रा मे स्त्री प्रसंग, यज्ञ, तीर्थस्नान, आपरेशन, मुकद्दमा, आग लगाना, काटना, जानवर संबंधी काम किए जा सकतें है।
यमघण्टक योग :- 13 जन० 7:15 am से 13 जन० 5:07 pm तक यह एक अशुभ योग हैं, यह कष्टदायक योग है, इसमे विशेष रूप से शुभ कार्य के लिए की जाने वाली यात्रा तथा बच्चो के शुभ कार्य न करे । परंतु इस कुयोग के साथ ही यदि कोई सर्वार्थ सिद्ध योग जैसा शुभ योग भी हो तो इस योग का दुष्प्रभाव जाता रहता है।
रवि योग :- 11 जन० 11:10 am से 13 जन० 5:07 pm तक* यह एक शुभ योग है, इसमे किए गये दान-पुण्य, नौकरी या सरकारी नौकरी को join करने जैसे कायों मे शुभ परिणाम मिलते है । यह योग, इस समय चल रहे, अन्य बुरे योगो को भी प्रभावहीन करता है।
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आगामी व्रत तथा त्यौहार:-
13 जन०- लोहडी/पुत्रदा एकादशी। 14 जन०- पोंगल/उत्तरायण/मकर संक्रांति, 2:29 pm( पुण्यकाल प्रातः 8:05 के उपरांत)। 15 जन०-शनि प्रदोष व्रत (शुक्ल)। 17 जन०-पौष पूर्णिमा व्रत/ सत्यनारायण व्रत/माघ स्नान प्रारम्भ। 21 जन०-संकष्टी चतुर्थी। 28 जन०-षटतिला एकादशी। 30 जन०- प्रदोष व्रत/मासिक शिवरात्रि।
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विशेष:- जो व्यक्ति वाराणसी से बाहर अथवा देश से बाहर रहते हो, वह ज्योतिषीय परामर्श हेतु paytm या Bank transfer द्वारा परामर्श फीस अदा करके, फोन द्वारा ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकतें है
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आपका दिन मंगलमय हो . 💐💐💐
आचार्य मोरध्वज शर्मा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी उत्तर प्रदेश।।
9648023364 9129998000
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English Translate :-

Serial Article:- Makar Sakranti, 14 January 2022, Part-2, Final

Sun's entry into Capricorn - January 14 at 2:27 pm Sankranti Punyakal: -8:05 am to 5:45 pm

Mahapunya Kaal Muhurta: -2:12 pm to 2:36 pm

Duration:- 24 Minutes

Special yoga and auspicious results of Makar Sankranti 2022:-

Makar Sankranti will enter Taurus ascendant on Friday, January 14, at 2:27 pm. The auspicious time of this Sankranti will remain for the whole day from 8.05 am onwards. According to the wise, this Sankranti named as Mishra and Nanda according to the constellation will be beneficial for the Brahmin animals, educated class. On this day, bathing on tithis also has a special significance. If you cannot go there, then take a holy bath in the house itself, and remember them there. And recite the following mantra:-

 "Gange cha yamune chaiva godavari saraswati, narmade sindhu kaveri jalemsmin sannidhan kuru."

There are signs of significant changes in the central or any state cabinet due to the presence of Sun Mercury-Saturn Yoga on Capricorn, the influence of India from January 14. In some states, there was loss of standing crops due to change of regime, adverse climate and natural angles.

Sankranti Horoscope- This Sankranti will be beneficial for the people of Aries, Gemini, Cancer, Leo, Virgo, Sagittarius, Capricorn, Aquarius and Pisces.

Auspicious deeds and charity deeds to be done on Makar Sankranti:-

Tirth bath has special significance during Sankranti period. One who takes a bath in the area situated on the banks of rivers Ganga, Yamuna, Godavari, Krishna and Kaveri gets the benefit of great virtue.

The importance of charity in this Sankranti has been told. It is said that good deeds like bathing, donation etc. done on this Sankranti provide happiness and prosperity in both the world and the afterlife.

On the auspicious day of Makar Sankranti, from morning till sunset, take a bath in any holy place of pilgrimage, confluence, river, well, stepwell, lake etc. Bathing in these three rivers, Ganga, Yamuna, Godavari, Krishna and Kaveri, and in pilgrimages like Gangasagar gives more merit.

Those who are not able to go to these places due to busyness should take bath in the morning by mixing Ganges water in the bath water, if possible take a bucket of bathing water and take a bath in the open, because on this day there is more auspicious true waves in the environment.

2. After taking bath, fill a copper vessel with water and put some jaggery, red sandalwood, roli, rice, and red flowers in it and offer Ardhya to the Sun God while reciting the mantra.

Mantra

1. Om Suryaya Namah: Om Adityaya Namah: Om Saptarchishe Namah

2. Ridmandalay Namah, Om Savitre Namah, Om Varunaya Namah, Om Saptsaptye Namah, Om Martandaya Namah, Om Vishnuve Namah:

3. After performing Jalabhishek in the Shiva temple, light the flame with sesame oil.

4. Recite Shri Vishnu worship, Surya Japa, Suryashtakam, Purushsukta and Stotra.

5. Give Pitrushradh i.e. abandonment of black sesame seeds. Doing Pind Daan on this day is very rewarding for the salvation of the ancestors.

6. By donating food grains, Ghrita i.e. Dhi donation, clothes donation, quilt-blanket, fruits, and laddu-revdi made of sesame and jaggery, jaggery, cow, horse, gold, new utensils etc., one attains eternal virtue by donating it. .

7. The person who wants to remove the bad effect of planets or Marrakesh from him, he must do Tuladan on this day.

8. On the day of Makar Sankranti, donate urad dal, rice, desi ghee, and salt at a religious place.

9. On this day, making khichdi of urad dal and offering it to God and distributing it in maximum quantity, one gets immense merit.

Donations and pious deeds done during this festival are particularly fruitful.

10. Sesame seeds have more ability to receive Sattva waves. Therefore, by consuming sesame jaggery, there is inner purification, therefore, on this day, applying sesame oil and rubbish on the body, bathing with sesame mixed water, drinking sesame mixed water, doing sesame home, donating sesame seeds, using sesame with these six methods. All the sins of the people are destroyed.

11. During the festival of Sankranti, brushing teeth, speaking harshly, cutting trees and grass and consuming sex-objects, these acts are completely prohibited.

(End)

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Next article:-

1. "Makar Sankranti" full article on 14 Jan.

2. Article on "Uttarayan-Dakshinayana" on 15 Jan

3. Article on "Maghmas" on 16 Jan.

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Jan 2022 - Auspicious days:- 13 (after 8 pm), 14, 16 (till 3 pm), 17 (after 4 pm), 19, 20, 21 (after 9 am), 22, 23, 24 (till 9 am) ), 26, 29

January 2022 - Inauspicious days:- 15, 18, 25, 27, 28, 30, 31

Bhadra:- 13 Jan 6:10 am to 13 Jan 7:33 PM (Shunning, house start, house entry, marriage, Rakshabandhan etc. auspicious work should not be done in Bhadra, but in Bhadra there should be female affair, yagya, pilgrimage, operation, lawsuit, Fire, cutting, animal related work can be done.

Yamghantak Yoga: - From 13 Jan 7:15 am to 13 Jan 5:07 pm, this is an inauspicious yoga, it is a painful yoga, especially in this, traveling for auspicious work and children should not do auspicious work. But along with this yoga, if there is any auspicious yoga like Sarvartha Siddha Yoga, then the side effects of this yoga keep going.

Ravi Yoga :- 11 Jan 11:10 am to 13 Jan 5:07 PM * This is an auspicious yoga, good results are obtained in works like charity, job or joining a government job. This yoga also neutralizes the other bad yogas that are going on at this time.

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Upcoming fasts and festivals:-

13 Jan- Lohri / Putrada Ekadashi. Jan 14- Pongal/Uttarayan/Makar Sankranti, 2:29 pm (after 8:05 am). 15th Jan - Shani Pradosh fast (Shukla). Jan 17 - Paush Purnima Vrat / Satyanarayan Vrat / Magh Snan begins. 21 Jan - Sankashti Chaturthi. Jan 28 - Shatila Ekadashi. Jan 30- Pradosh fast / Monthly Shivratri.

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Special:- The person who lives outside Varanasi or outside the country, he can get astrological consultation by phone for astrological consultation by paying the consultation fee through paytm or bank transfer.

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Have a good day . 

Acharya Mordhwaj Sharma Shri Kashi Vishwanath Temple Varanasi Uttar Pradesh.

9648023364 9129998000

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