20 जनवरी 2022

लेख:- देवताओं को भोग (नैवेद्य), भाग-2 Article:- Bhog (Naivedya) to the deities, Part-2

                                                                                 


धर्म मे तैंतीस कोटि देवता माने जाते हैं, सभी देवताओं को उनके अनुसार अलग-अलग भोग अर्पण करने का विधान है, प्रस्तुत लेख में प्रमुख देवी-देवताओं की रूचि के अनुसार भोग अर्थात नैवेद्य के संबंध मे कहा जा रहा है

1. गणेश जी का प्रिय भोग:-  गणेशजी को मोदक अथवा अनेक प्रकार के लड्डूओ का भोग अत्यंत प्रिय है। (लड्डुओं मे शुद्ध धी से निर्मित मोतीचूर के लड्डू, बेसन के लड्डू, नारियल, तिल और सूजी के लड्डू भी गणेश जी को अर्पित किए जाते हैं।)

2. भगवान विष्णु जी का भोग: -  विष्णु जी की प्रसन्नता के लिए खीर या सूजी के हलवे का नैवेद्य सर्वोत्तम है। 

खीर में विभिन्न प्रकार के मेवे जैसे किशमिश, बादाम, नारियल की कतरन, काजू, पिस्ता, चारौंजी, मखाने,  इलायची, शुद्ध केसर तथा तुलसी पत्र अवश्य होना चाहिए। इस प्रकार भोग के लिए व्यंजन बनाते समय उस देवता के नाम का जप अवश्य करते रहना चाहिए, तत्पश्चात श्रद्धापूर्वक भगवान विष्णुजी को भोग लगाने के बाद वितरित अवश्य करें।

 खीर की तरह ही विष्णु जी को हलवे का भोग अत्यंत प्रिय है। सूजी का हलवा विष्णुजी को बहुत प्रिय है। सूजी के हलवे में भी सभी तरह के सूखे मेवे मिलाकर उसे भी उत्तम प्रकार से बनाकर भगवान को भोग लगाकर वितरित किया जाना चाहिए।

 रविवार और गुरुवार को लक्ष्मीनारायण मंदिर में जाकर उपरोक्त पदार्थों का भोग लगाने से दोनों प्रसन्न होते हैं और उसके घर में किसी भी प्रकार से संतति, धन और समृद्धि की कमी नहीं होती है।

3. भगवान श्री रामचंद्र जी का भोग:- भगवान श्रीरामजी को भी खीर के साथ-साथ, केसर तथा मेवा मिश्रित मीठे चावल, धनिए का भोग आदि प्रिय हैं। इसके अतिरिक्त मिठाई मे कलाकंद, बर्फी, गुलाब जामुन का भोग भी प्रिय है।

4. भगवान श्रीकृष्ण भोग:- भगवान श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री का भोग अत्यंत प्रिय है। इसके अलावा खीर, हलुवा, लड्डू, "चीनी मे धनिया, कपूर, सूखे मे वो से निर्मित खास प्रकार का व्यंजन" और सिवईयां भी उनको पसंद हैं। 

5. भगवान शिव के प्रिय भोग:-  भोलेनाथ को दूध, दही, शहद, शक्कर, घी से स्नान तथा काले तिल मिश्रित गंगाजल से अभिषेक करवाकर भांग-धतूरा, बेलपत्र, गंध, चंदन, फूल, रोली, वस्त्र अर्पित करने के उपरांत नैवेद्य मे रेवड़ी, चिरौंजी,बेर, मिश्री तथा बेल का फल का भोग अत्यंत प्रिय है।

 श्रावण मास में अथवा सोमवार के दिन शिवजी का उपवास रखकर उनको गुड़, चना और चिरौंजी के अलावा दूध अर्पित करने से सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है।

6. दुर्गा माता जी का प्रिय भोग:-  माता दुर्गा को आदिशक्ति माना गया है। दुर्गाजी को खीर, मालपुए, हलवा, केला, नारियल और मिठाई प्रिय हैं। नवरात्रि के अवसर पर उन्हें प्रतिदिन इसका भोग लगाने से हर तरह की मनोकामना पूर्ण होती है।

बुधवार और शुक्रवार के दिन दुर्गा मां को विशेषकर नेवैद्या अर्पित किया जाता है। माताजी के प्रसन्न होने पर वह सभी तरह के संकट को दूर कर व्यक्ति को संतान और धन सुख देती है। 

7. माता सरस्वती का प्रिय भोग:- हिन्दू धर्म मे माता सरस्वती को वाणी, विद्या, बुद्धि तथा ज्ञान तथा विज्ञान की देवी माना जाता है। उपरोक्त वस्तुओं के बिना जीवन में कुछ भी संभव नहीं है। अत: माता सरस्वती के प्रति श्रद्धा रखते हुए दूध, पंचामृत, दही, मक्खन, सफेद तिल के लड्डू तथा धान का लावा का प्रसाद शुक्रवार को मंदिर में जाकर ‍अर्पित करके अधिक से अधिक संख्या में बांटना चाहिये।

  8. माता लक्ष्मी जी का भोग:-

लक्ष्मीजी विष्णु जी की पत्नी तथा धन की अधिष्ठात्री देवी है। भौतिक जीवन मे धन से ही तमाम आवश्यकताओ की पूर्ति होती हैं, अतः सुख तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने हेतु उनके प्रिय भोग श्वेत और पीले रंग के मिष्ठान्न जैसे खोये से बनी मिठाईयाँ तथा भगवान विष्णु की भांति मेवा-मिश्री तथा केसर से निर्मित चावल इन्हें अत्यंत प्रिय हैं। 

निरंतर सोलह शुक्रवार लक्ष्मी मां को  मंदिर जाकर कमल का फूल चढाने के उपरांत उन्हें उपरोक्त भोग चढाने से है तो उसके जीवन मे धन-धान्य तथा समृद्धि बनी है। 

9. हनुमान जी का प्रिय भोग:- हनुमान जी को हलुआ, पंच मेवा, गुड़ से बने लड्डू अथवा गुड के रोट, पान, इमरती और केसरिया मीठे चावल बहुत पसंद हैं। 

यदि भक्त लगातार पांच मंगलवार व्रत धारण करे हनुमानजी को चोला चढ़ाकर, अथवा लगातार  चालीस दिन उपरोक्त नैवेद्य भगवान हनुमानजी को अर्पित करता है, तो उसके हर तरह के संकटों का निवारण होता है।

10. काली माता के प्रिय भोग:-

शनिवार तथा अमावस्या के दिन काली माता के मंदिर में जाकर तिल के तेल की ज्योत जलाकर, गूग्गल की धूप दीप देकर, नीले फूल चढ़ाकर काली माता को काजल, काली चुनरी अर्पित करके  नारियल और पांच फल तथा पांच प्रकार की मिठाईयाँ जैसे इमरती, जलेबी, पेठा, इत्यादि 

चढ़ाएं। 

माता को विशेष भोग मे हलवा, पूडी तथा शराब का भोग लगाकर अवश्य ही बांटना चाहिये। 

11. बाबा भैरवनाथ का प्रिय भोग:-

कालभैरव जी के प्रिय भोग काली माता के समान ही होते है, बुधवार, शनिवार तथा अमावस्या के दिन भैरवनाथ के मंदिर में जाकर तिल के तेल की ज्योत जलाकर, गूग्गल की धूप दीप देकर, नीले फूल चढ़ाकर नारियल, बताशे, बुदाने और पांच प्रकार की मिठाईयाँ जैसे इमरती, जलेबी, पेठा, इत्यादि 

चढ़ाएं। 

भैरवनाथ के विशेष भोग मे हलवा, पूडी तथा शराब का भोग लगाकर अवश्य ही बांटना चाहिये। 

सर्वमान्य भोग:-

देवी-देवताओं के लिए विशेष रूप से अलग-अलग भोग-प्रसाद के अतिरिक्त अन्य कुछ पदार्थ ऐसे भी है जोकि निर्विवादित रूप से किसी भी भगवान को प्रसाद रूप मे अत्यंत प्रिय है, जैसे गुड़-चना, नारियल, मिठाई, मौसमी फल, दूध, शक्कर, सूखे मेवे, हलवा, खीर तथा भोजन इत्यादि।

(क्रमशः)

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आगामी लेख:-

1. 22  जन० से "देव-पूजा में पत्र-पुष्प" विषय पर धारावाहिक लेख

2. 24  जन० से ज्योतिषीय विषय "विभिन्न संवत्सर मे जन्म लेने का फल" पर धारावाहिक लेख

3. 26  जन० से ज्योतिषीय विषय "विभिन्न युग मे जन्म लेने का फल" विषय पर धारावाहिक लेख

4. 27  जन० से "षटतिला एकादशी" पर लेख

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जय श्री राम

आज का पंचांग,दिल्ली 🌹🌹🌹

वृहस्पतिवार,20.1.2022

श्री संवत 2078

शक संवत् 1943

सूर्य अयन- उतरायण, गोल-दक्षिण गोल

ऋतुः- शिशिर ऋतुः ।

मास- माघ मास।

पक्ष- कृष्ण पक्ष ।

तिथि- द्वितीय तिथि 8:07 am

चंद्रराशि- चंद्र कर्क राशि मे 8:24 am तक तदोपरान्त सिंह राशि।

नक्षत्र- अश्लेषा नक्षत्र 8:24 am तक

योग- आयुष्मान योग 3:42 pm तक (शुभ है)

करण- गर करण 8:07 am तक

सूर्योदय 7:14 am, सूर्यास्त 5:50 pm

अभिजित् नक्षत्र- 12:11 pm से 12:53 pm

राहुकाल - 1:51 pm से 3:11 pm (शुभ कार्य वर्जित,दिल्ली )

दिशाशूल- दक्षिण दिशा ।

जनवरी 2022-शुभ दिन:- 20, 21 (सवेरे 9 उपरांत), 22, 23, 24 (सवेरे 9 तक), 26, 29

जनवरी 2022-अशुभ दिन:- 25, 27, 28, 30, 31

गण्ड मूल आरम्भ:- अश्लेषा नक्षत्र, 19 जन०  6:42 am से 21 जन० 9:43 am तक मघा नक्षत्र तक गंडमूल रहेगें।गंडमूल नक्षत्रों मे जन्म लेने वाले बच्चो का मूलशांति पूजन आवश्यक है।

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आगामी व्रत तथा त्यौहार:-

21 जन०-संकष्टी चतुर्थी। 28 जन०-षटतिला एकादशी। 30 जन०- प्रदोष व्रत/मासिक शिवरात्रि।

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विशेष:- जो व्यक्ति वाराणसी से बाहर अथवा देश से बाहर रहते हो, वह ज्योतिषीय परामर्श हेतु Paytm या Bank transfer द्वारा परामर्श फीस अदा करके, फोन द्वारा ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकतें है

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आपका दिन मंगलमय हो . 💐💐💐

आचार्य मोरध्वज शर्मा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी उत्तर प्रदेश ।।

9648023364

9129998000

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English Translation :-

Thirty-three categories of deities are considered in religion, there is a law to offer different bhog to all the deities according to them, according to the interest of the major deities, in the present article, it is being said in relation to Bhog i.e. Naivedya.

 1. Dear Bhog of Ganesh ji:- Lord Ganesha is very fond of offering Modak or many types of laddus.  (Among the laddus, Motichoor laddus, gram flour laddus, coconut, sesame and semolina laddus made from pure ghee are also offered to Ganesha.)

 2. Bhog of Lord Vishnu: - For the happiness of Vishnu ji, the naivedya of Kheer or semolina pudding is best.

 Kheer must have different types of nuts like raisins, almonds, coconut shavings, cashew nuts, pistachios, charonji, makhana, cardamom, pure saffron and basil leaves.  In this way, while preparing the dishes for the bhog, one must keep on chanting the name of that deity, then after offering it to Lord Vishnu with reverence, it must be distributed.

 Like kheer, the enjoyment of halwa is very dear to Vishnu.  Suji Halwa is very dear to Vishnu.  Mixing all kinds of dry fruits in semolina pudding should also be made in the best way and distributed to God by offering it.

 By going to Laxminarayan temple on Sundays and Thursdays and offering the above items, both are pleased and there is no shortage of progeny, wealth and prosperity in their house in any way.

 3. Bhog of Lord Shri Ramchandra ji:- Along with Kheer, saffron and dry fruits mixed sweet rice, coriander bhog etc. are dear to Lord Shri Ram.  Apart from this, the enjoyment of Kalakand, Barfi, Gulab Jamun is also dear to the sweets.

 4. Lord Shri Krishna Bhog:- Bhog of Makhan and Mishri is very dear to Lord Shri Krishna.  Apart from this, he also likes kheer, halwa, laddus, "special dishes made from coriander, camphor, dried in sugar" and vermicelli.

5. Dear Bhog of Lord Shiva: - After bathing Bholenath with milk, curd, honey, sugar, ghee and anointing with Gangajal mixed with black sesame seeds, hemp-datura, belpatra, scent, sandalwood, flowers, roli, clothes after offering naivedya  In me, the enjoyment of fruits of Revdi, Chironji, Ber, Mishri and Bel is very dear.

 In the month of Shravan or on Monday, keeping a fast of Shiva, offering milk apart from jaggery, gram and chironji to him fulfills all kinds of wishes.

 6. Dear Bhog of Durga Mata: - Mother Durga is considered to be Adishakti.  Durgaji loves Kheer, Malpua, Halwa, Banana, Coconut and sweets.  Offering it every day on the occasion of Navratri fulfills all kinds of wishes.

 On Wednesdays and Fridays, especially Navaidya is offered to Durga Maa.  When the Mother is pleased, she removes all kinds of troubles and gives children and wealth happiness to the person.

 7. Dear Bhog of Mother Saraswati:- In Hindu religion, Mother Saraswati is considered the goddess of speech, learning, intelligence and knowledge and science.  Nothing is possible in life without the above items.  Therefore, keeping the reverence of Mother Saraswati, offering milk, Panchamrit, curd, butter, white sesame laddus and paddy lava should be distributed in maximum numbers by visiting the temple on Friday.

 8. Bhog of Mother Lakshmi:-

 Lakshmi is the consort of Vishnu and the presiding deity of wealth.  In material life, all the needs are fulfilled by money, so to please Lakshmi ji for the attainment of happiness and opulence, her favorite indulgences are sweets made of khoya like white and yellow colored sweets and dry fruits and sugar like Lord Vishnu.  Rice made from saffron is very dear to them.

 After offering lotus flower to Goddess Lakshmi on sixteen consecutive Fridays, after offering lotus flower to her, then wealth and prosperity have been created in her life.

 9. Dear Bhog of Hanuman ji:- Hanuman ji likes pudding, panch dry fruits, laddus made of jaggery or jaggery rot, paan, imarti and saffron sweet rice.

 If the devotee observes a fast on five consecutive Tuesdays, offering Chola to Hanumanji, or offers the above Naivedya to Lord Hanumanji for forty consecutive days, then all his troubles are prevented.

 10. Dear Bhog of Kali Mata:-

 On Saturday and Amavasya, go to the temple of Kali Mata by lighting a flame of sesame oil, lighting a lamp of incense from Google, offering blue flowers to Kali Mata, offering kajal, black chunari, coconut and five fruits and five types of sweets like Imarti, Jalebi,  petha, etc.

 Offer it.

 The mother must be distributed by offering pudding, pudding and liquor in special bhog.

 11. Dear Bhog of Baba Bhairavnath:-

 Kaal Bhairav ​​ji's favorite enjoyment is similar to that of Kali Mata, on Wednesday, Saturday and Amavasya, by going to the temple of Bhairavnath, lighting a flame of sesame oil, by giving incense lamp of Google, offering blue flowers, coconut, batashe, budane and five types of  Sweets like Imarti, Jalebi, Petha, etc.

Offer it.

 In the special bhog of Bhairavnath, it must be distributed by offering pudding, pudding and liquor.

 Common Bhog :-

 Apart from the different offerings specially for the gods and goddesses, there are some other items which are unquestionably very dear to any god in the form of offerings, such as jaggery-gram, coconut, sweets, seasonal fruits, milk.  Sugar, dry fruits, pudding, kheer and food etc.

(respectively)


 Next article:-

 1. Serial article on the topic "Letter-flowers in Dev-worship" from Jan 22

 2. Serial article on the astrological topic "Fruits of taking birth in different Samvatsara" from 24th Jan.

 3. Serial article on the subject of astrological topic "Fruits of taking birth in different eras" from 26th Jan.

4. Article on "Shatila Ekadashi" from 27th Jan


 Long live Rama

 Today's Panchang, Delhi

 Thursday,20.1.2022

 Shree Samvat 2078

 Shaka Samvat 1943

 Surya Ayan- Uttarayan, Round-South Round

 Rituah - winter season.

 Month - Magha month.

 Paksha - Krishna Paksha.

 Date- II Date 8:07 am

Moon sign- Moon in Cancer till 8:24 am and then Leo sign.

Nakshatra- Ashlesha Nakshatra till 8:24 am

Yoga- Ayushman Yoga till 3:42 pm (good luck)

Karan- Gar Karan till 8:07 am

Sunrise 7:14 am, Sunset 5:50 pm

Abhijit Nakshatra - 12:11 pm to 12:53 pm

 Rahukaal - 1:51 pm to 3:11 pm (Good work prohibited, Delhi)

Dishashul - South direction.

 Jan 2022 - Auspicious days:- 20, 21 (after 9 am), 22, 23, 24 (till 9 am), 26, 29

 January 2022 - Inauspicious days:- 25, 27, 28, 30, 31

 Gand Mool Aarambh:- Ashlesha Nakshatra, Jan 19, from 6:42 am to Jan 21, 9:43 am, will remain Gandmool till Magha Nakshatra. Children born in Gandmool constellations need to worship Moolshanti.

Upcoming fasts and festivals:-

  21 Jan - Sankashti Chaturthi.  Jan 28 - Shatila Ekadashi.  Jan 30- Pradosh fast / Monthly Shivratri.

 Special:- The person who lives outside Varanasi or outside the country, he can get astrological consultation by phone, by paying the consultation fee through Paytm or Bank transfer for astrological consultation.


Have a good day . 

Acharya Mordhwaj Sharma Shri Kashi Vishwanath Temple Varanasi Uttar Pradesh.

9648023364

9129998000

                                                                                    


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