24 जनवरी 2022

धारावाहिक लेख:-विभिन्न संवत्सर मे जन्म लेने का फल, भाग-1 Serial Article:- Fruits of Birth in Different Samvatsar, Part-1

                                                                                 


भारतीय ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक हिन्दु वर्ष का एक नाम होता है, और इन हिन्दु वर्षों को संवत्सर कहा जाता है। धर्म शास्त्रों मे कुल मिलाकर साठ संवत्सर का वर्णन किया गया हैं।



1. प्रभव संवत्सर

प्रभव नाम संवत्सर में पैदा हुआ मनुष्य जाति और अपने कुल में बड़ा धर्मात्मा बड़ा विद्वान् बड़ा बलवान् क्रूर स्वभाव वाला और विद्याओं को जानने वाला होता है ॥ 1 ॥



2. विभव संवत्सर

विभव नामक संवत्सर में पैदा हुआ मनुष्य स्त्री के समान स्वभाव वाला नति चञ्चल चोरी करने वालो धनवान और परेपकार करने वाला होताहै ॥ 2 ॥



3. शुक्ल संवत्सर

शुलनामक सम्वत्सर में जन्म लेने वाला पुरुष शुद्धिपूर्वक रहने वाला बड़ा शान्त सुशील पर स्त्रियों में इच्छा रखने वाला, परोपकार करने वाला और निर्धन होता है ॥ ३ ॥



4. प्रमोद संवत्सर

प्रमोद नामक संवत्सर में पैदा हुआ मनुष्य कभी लक्ष्मी और कभी भार्या से युक्त होता है, और बन्धुओं से शत्रुता रखने वाला, मित्रों से लड़ाई रखने वाला राजकुल में पूज्य और राज मंत्री होता है ॥ 4 ॥



5. प्रजापति संवत्सर

जो पुरुष प्रजापति नामक संवत्सर में जन्म लेता है वह मनुष्य प्रजा के पालन करने से प्रसन्न रहने वाला, दान करने वाला भोगों को भोगने वाला,बहुत सन्तान वाला और धन के कारण देशों में विख्यात होता है॥5 ॥



6. अंगिरा संवत्सर

जो पुरुष अंगिरा नामक सम्वत्सर में जन्म लेता है वह क्रियादि आचारों को करने वाला, धर्मशास्त्र मंत्र शास्त्र आदि शास्त्रों में प्रवीण और अतिथि तथा मित्रों में भक्ति रखने वाला होता है ॥ ६ ॥



7. श्रीमुख संवत्सर

श्रीमुख नाम संवत्सर में पैदा हुआ पुरुष धन सम्पन्न  देवताओं का भक्त घातुर्बाद करने वाला और पाखण्ड कर्मों को करने वाला होता है ॥ ७ ॥ 


8. भाव संवत्सर

भाव नामक सम्वत्सर में जन्म लेने वाला पुरुष विचार करने में कुशल, नित्य कर्मों को करने वाला और मछली के मांस में प्रीति रखने वाला होता है ॥ 


9. युव संवत्सर

युव सम्बतसर में जन्म लेने वालो मनुष्य स्त्री के निमित्त दुःखी, जल से भय रखने वाला, व्याधि आदि दुःखों से पीडित, और सर्वदा सबसे प्रीति रखने वाला होता है ॥ ६ ॥


10. धाता संवत्सर

धाता नामक सम्वत्सर में उत्पन्न हुआ मनुष्य धनवान, सुन्दर, सज्जन दीनो की रक्षा करने वाला, नम्र स्वभाव वाला और सरूपवान होता है ।



11. ईश्वर संवत्सर

जो पुरुष ईश्वर नामक संवत्सर में जन्म लेता है वह पुरुष बडा धनवान, भोगों को भोगने वाला, बडा कामी, पशु पालन करने वाला और अर्थ तथा धर्म से युक्त होता हैं ॥ ११ ॥



12. बहु संवत्सर

बहु धान्य नामक संवत्सर में जन्म लेने वाला पुरुष वेद शास्त्रों में प्रीति रखने वाला, कला गन्धर्व विद्या में कुशल, अहंकार रहित और मद्य पीने वाला होता है ॥ १२ ॥



13. प्रमाथि संवत्सर 

प्रमाथि नामक संवत्सर में पैदा हुआ पुरुष पर स्त्रियों में अभिलाषा रखने वाला, पर धन में प्रेम करने वाला, अनेक व्यसन युक्त और दूतकर्म को करने वाला होता है ॥ १३ ॥



14. विक्रम संवत्सर

जो मनुष्य विक्रम नाम संवत्सर में जन्म लेता है वह सदा सन्तोषी, व्यसन में आसक्त, बडा प्रतापी, इन्द्रियों को जीतने वाला, बडा शूरवीर और अनेक विद्याओ में कुशल होता है ॥ १४ ॥



15. वृष संवत्सर

जो वृष नाम संवत्सर में जन्म लेता है, वह मनुष्य मोटे पेट वाला, स्थूल टखने वाला, छोटे हाथ वाला, कुल का निंदक, कुल की सेवा करने वाला, धर्म अर्थ से संयुक्त, बहुतो से धन को लेने वाला होता है ॥ १५ ।।



16. चित्रभानु संवत्सर 

चित्रभानु नाम संवत्सर में जन्म लेने वाला मनुष्य बडा तेजस्वी, बडा घमण्डी, हीन कर्मों को करने वाला, बडा दृढ, देव पूजा में प्रीति रखने वाला होता है ॥ १६ ॥



17. सुभानु संवत्सर 

जो पुरुष सुभानु नाम सम्वत्सर में जन्म लेता है वह सत्ब शुभ कार्यों का करने वाला, शत्रु और मित्र दोनों की तरफ से फल पाने वाला और सब वस्तुओं का संग्रह करने वाला होता है ।। १७ ।।



18. तारण संवत्सर

जो तारण नाम सम्वत्सर में जन्म लेता है वह पुरुष सब लोक का प्रिय, और सब धर्मों से बहिष्कृति, और राजद्वार से धन पाने वाला होता है ॥ १८ ॥



19. पार्थिव संवत्सर

जो पुरुष पार्थिव नाम संवत्सर में जन्म लेता है वह मनुष्य शिव ब्रह्मा अनेक कर्म करने वाला शुभ सौख्य का देने वाला, स्वरूपवान और बड़ा धर्मात्मा होता है । १९ ।



20. व्ययनाम संवत्सर

व्यय नाम संवत्सर में पैदा हुआ पुरुष दान देने वाला, भोगों का भोगने वाला, सबों में प्रधान, जन्म भर कर्म करने में सुख पाने वाला, तथा अनेक मित्रों के लाभ से युक्त होता है । २० ।



21. सर्वजित संवत्सर

सर्वजित नामक सम्वत्सर में जन्म लेने वाला पुरुष सब लोगों को जीत कर विष्णु धमों में तत्पर और समग्र पुण्य कर्म करने वाला होता है ॥ २१ ॥ 



22. सर्वधारी संवत्सर

जो मनुष्य सर्वधारी नामक संवत्सर में जन्म लेता है वह मनुष्य माता पिता का प्रिय, गुरुओं में भक्ति करने वाला बड़ा शूरवीर, शांत प्रकृति और बड़ा प्रतापी होता है ।। २२ ॥



23. विरोधी संवत्सर

विरोधी नाम संवत्सर में जन्म लेने वाला पुरुष कर्म करने में सिंह के समान, मछली और मांस का खाने वाला, नित्य प्रति धर्म में बुद्धि रखने वाला, बढ़ाई करने योग्य और लोक में पूजित होता है ॥ २३ ॥



24. विकृति संवत्सर

विकृति नामक सम्वत्सर में जन्म लेने वाला पुरुष विचित्र वचनों का कहने वाला, नृत्य को जानने वाला, गाने में कुशल, संदेहों से रहित, दान देने वाला तथा अभिमानी और भोगों का भोगने वाला होता है । २४। 



25. खरनाम संवत्सर

जो खरनाम संवत्सर में जन्म लेता है वह पुरुष पर हिसा में तत्पर, मंत्री रहित पर द्रव्य में इच्छा करने वाला, कुटुम्ब के बोझ को उठान में उत्साह रखने वाला होता है ॥ २५ ॥



26. नन्दन संवत्सर

जो मनुष्य नन्दन नाम सम्वत्सर में जन्म लेता है वह मनुष्य सब समय सबो से प्रीति रखने वाला, घर में कल्याण कर्म का करने वाला, और राजा से प्रतिष्ठा पाने वाला होता है ॥ २६ ॥



27. विजय संवत्सर

जो विजय नाम सम्वत्सर में जन्म लेता है वह पुरुष कीर्ति, आयु:, यश, सुख इनसे सम्पन्न, सम्पूर्ण शुभकर्म करने वाला, युद्ध में शूर, और वैरियों का दमन करने में समर्थ होता हैं ॥ २७ ॥



28. जय संवत्सर

जो पुरुष जय नाम सम्वत्सर में जन्म लेता है वह पुरुष, युद्ध में विजय पाने वाला, स्त्री मित्र और शत्रुओं से उचित फल पाने वाला, व्यापार कर्म को करने वाला होता है ॥ २८ ॥



29. मन्मथ संवत्सर

जिसका मन्मथ नाम सम्वत्सर में जन्म होता है वह पुरुष अत्यन्त कामी, बडा बुद्धिमान, लोभ करने वाला और बहुत धन से युक्त, बडा निष्ठुर, अनेक भोग भागने वाला और अत्यन्त बली होता है ॥ २८ ॥



30. दुर्मुख संवत्सर

दुर्मुख नाम सम्वत्सर में जन्म लेने वाला मनुष्य पवित्रता युक्त, शांत प्रकृति वाला, बडा चतुर, सर्वत्र अपने गुणों से पूजा पाने वाला, परोपकार करने वाला, सबसे विवाद करने वाला, और कुरूप स्त्रियों से स्नेह करने वाला होता है।


(क्रमशः)

लेख के दूसरे तथा अंतिम भाग मे कल शेष सम्वतसर।

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आगामी लेख

1. 26  जन० से ज्योतिषीय विषय "विभिन्न युग मे जन्म लेने का फल" विषय पर धारावाहिक लेख 

2. 27  जन० को "षटतिला एकादशी" पर लेख

3. 28  जन० को ज्योतिषीय विषय "विभिन्न 'अयन' तथा 'गोल' मे जन्म लेने का फल" पर लेख

4. 29  जन० को ज्योतिषीय विषय "विभिन्न 'ऋतुओ' तथा 'मासो' मे जन्म लेने का फल"पर लेख

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जय श्री राम

आज का पंचांग,दिल्ली 🌹🌹🌹

सोमवार,24.1.2022

श्री संवत 2078

शक संवत् 1943

सूर्य अयन- उतरायण, गोल-दक्षिण गोल

ऋतुः- शिशिर ऋतुः ।

मास- माघ मास।

पक्ष- कृष्ण पक्ष ।

तिथि- षष्ठी तिथि 8:46 am

चंद्रराशि- चंद्र कन्या राशि मे 11:08 pm तक तदोपरान्त तुला राशि।

नक्षत्र- हस्त नक्षत्र 11:15 am तक

योग- सुकर्मा योग 11:10 am तक (शुभ है)

करण- वणिज करण 8:46 am तक 

सूर्योदय 7:13 am, सूर्यास्त 5:53 pm

अभिजित् नक्षत्र- 12:11 pm से 12:54 pm

राहुकाल - 8:33 am से 9:53 am (शुभ कार्य वर्जित,दिल्ली )

दिशाशूल- पूर्व दिशा ।


जनवरी 2022-शुभ दिन:-  24 (सवेरे 9 तक), 26, 29


जनवरी 2022-अशुभ दिन:- 25, 27, 28, 30, 31


भद्रा:-  24 जन० 8:44 am to 24 जन० 8:20 pm तक ( भद्रा मे मुण्डन, गृहारंभ, गृहप्रवेश, विवाह, रक्षाबंधन आदि शुभ काम नही करने चाहिये , लेकिन भद्रा मे स्त्री प्रसंग, यज्ञ, तीर्थस्नान, आपरेशन, मुकद्दमा, आग लगाना, काटना, जानवर संबंधी काम किए जा सकतें है।


रवि योग :- 23 जन० 11:09 am से 24 जन० 10:19 am तक, तत्पश्चात 24 जन० 11:15 am से 25 जन० 10:55 am तक  यह एक शुभ योग है, इसमे किए गये दान-पुण्य, नौकरी  या सरकारी नौकरी को Join करने जैसे कायों मे शुभ परिणाम मिलते है । यह योग, इस समय चल रहे, अन्य बुरे योगो को भी प्रभावहीन करता है।

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आगामी व्रत तथा त्यौहार:- 

 28 जन०-षटतिला एकादशी। 30 जन०- प्रदोष व्रत/मासिक शिवरात्रि।

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विशेष:- जो व्यक्ति वाराणसी से बाहर अथवा देश से बाहर रहते हो, वह ज्योतिषीय परामर्श हेतु Paytm या Bank Transfer द्वारा परामर्श फीस अदा करके, फोन द्वारा ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकतें है

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आपका दिन मंगलमय हो . 💐💐💐

आचार्य मोरध्वज शर्मा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी उत्तर प्रदेश 

9648023364

9129998000

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English Translation :-

According to Indian astrology, every Hindu year has a name, and these Hindu years are called Samvatsara. Altogether sixty Samvatsaras have been described in the religious scriptures.


1. Prabhav Samvatsara


The human race born in Prabhav Naam Samvatsar and is a great religious person in his clan, a great scholar, a very strong, cruel nature and a knower of knowledge. 1


2. Vibhav Samvatsara


A man born in a year called Vibhav, having a woman-like nature, is a fickle stealer, rich and a benevolent person. 2 .


3. Shukla Samvatsara


A man born in the samvatsar called Shulnaam is pure, very peaceful, but good-willed, philanthropist and poor among women. 3


4. Pramod Samvatsara


A person born in the Samvatsar named Pramod is sometimes associated with Lakshmi and sometimes Bharya, and one who is hostile to brothers, fights with friends, is revered and minister of state in the royal family. 4


5. Prajapati Samvatsara


The person who is born in the Samvatsar named Prajapati, that person who is happy with the maintenance of the subjects, who gives charity, enjoys the pleasures, has many children and is famous in countries because of wealth.


6. Angira Samvatsara


A person who is born in a Samvatsar named Angira, is a performer of rituals, is proficient in the scriptures, scriptures etc., and has devotion among guests and friends. 6


7. Shrimukh Samvatsara


A person born in the name Shrimukh Samvatsara is a devotee of the rich gods, who commits hypocritical deeds. 7


8. Bhava Samvatsara


A person born in the Samvatsar named Bhava is skilled in thinking, doing continual actions and having love for the flesh of fish.


9. Yuva Samvatsara


A man who is born in Yuva Sambatsar is sad for the sake of a woman, fearful of water, suffering from diseases etc., and is always the most loving. 6


10. Dhata Samvatsara


A person born in a samvatsar named Dhata is rich, handsome, gentleman, who protects the poor, has a humble nature and is beautiful.


11. Ishwar Samvatsara


A person who takes birth in a year called Ishvara, is very wealthy, a person who enjoys pleasures, is a great worker, takes care of animals, and is endowed with wealth and dharma. 11


12. Multi Samvatsara


A person born in the Samvatsar named Bahu Dhanya is a lover of Vedas, skilled in art, Gandharva, egoless and a drinker of alcohol. 12


13. Pramaathi Samvatsara


A man born in the Samvatsar named Pramathi, has a desire for a woman, but a lover of wealth, has many addictions and is a doer of messenger. 13


14. Vikram Samvatsar


The person who is born in the year Vikram is always contented, addicted to addiction, very majestic, conqueror of the senses, very brave and skilled in many disciplines. 14


15. Taurus


The one who takes birth in the year of Vrisha, is a fat belly, thick ankles, short hands, a slanderer of the clan, a service to the clan, united with the meaning of religion, the taker of many wealth. 15.


16. Chitrabhanu Samvatsara


A person born in the name Chitrabhanu is very bright, very proud, does inferior deeds, is very firm, loves to worship God. 16


17. Subhanu Samvatsara


The person who is born in the name of Subhanu Samvatsar, he is the doer of all auspicious works, the recipient of fruits from both enemy and friend, and the collector of all things. 17.


18. Taran Samvatsara


The person who is born in the name of Taran Samvatsar, that person is the beloved of all the worlds, excommunicated from all religions, and the recipient of wealth from the royal gate. 18


19. Parthiv Samvatsara


The person who takes birth in the name of Parthiv Samvatsara, that person Shiva Brahma, who performs many deeds, is a giver of auspiciousness, is a formative and a great virtuous soul. 19.


20. Vayanam Samvatsar


A person born in the name of Vayasa Samvatsar is the giver of charity, the beneficiary of pleasures, the chief among all, the one who enjoys doing deeds throughout his birth, and is endowed with the benefits of many friends. 20.


21. Sarvajit Samvatsara


A person born in the Samvatsar named Sarvajit, after conquering all the people, is ready in the Vishnu religions and does all the virtuous deeds. 21


22. Sarvdhari Samvatsar


The person who is born in the Samvatsar called Sarvdhari, is dear to the parents, a great warrior, a calm nature and a great majestic who has devotion to the gurus. 22


23. Anti-Samvatsar


A person born in the opposite name of Samvatsara is like a lion in action, a eater of fish and meat, always having wisdom in anti-religion, capable of increasing and is worshiped in the world. 23


24. Vikriti Samvatsara


A person born in the Samvatsara called Vikriti is a utterance of strange words, knows dance, skillful in singing, free from doubts, giver of charity and arrogant and enjoyer of pleasures. 24.


25. Kharnam Samvatsara


One who is born in Kharnam Samvatsara is ready to commit violence against men, without ministers but desires for money, enthusiastic in carrying the burden of family. 25


26. Nandan Samvatsar


The person who takes birth in the Samvatsar named Nandan is always the one who loves everyone, does welfare work in the house, and gets prestige from the king. 26


27. Vijay Samvatsara


One who takes birth in the name of Vijaya Samvatsar, that person is full of fame, age, fame, happiness, performs all auspicious deeds, is brave in battle, and is capable of suppressing enemies. 27


28. Jai Samvatsara


A man who is born in the Jai Naam Samvatsar is a man who wins in battle, gets proper results from female friends and enemies, does business. 28


29. Manmath Samvatsara


One whose name is born in Samvatsara, that person is very hardworking, very intelligent, covetous and endowed with much wealth, very cruel, evasive of many pleasures and extremely strong. 28


30. Durmukh Samvatsara


A person born in the name of Durmukh Samvatsar is pure, calm in nature, very clever, worshiped everywhere by his qualities, benevolent, most controversial, and affectionate towards ugly women.


(respectively)


In the second and last part of the article, tomorrow the remaining Samvatsar.


upcoming articles


1. Serial article on the topic of astrological topic "Fruits of taking birth in different eras" from 26th Jan.


2. Article on "Shatila Ekadashi" on 27th Jan


3. Article on the astrological topic "Fruits of being born in various 'Ayan' and 'Gol' on January 28"


4. Article on the astrological topic "Fruits of being born in different 'seasons' and 'Maso' on 29th January"


Long live Rama

Today's Panchang, Delhi

Monday, 24.1.2022

Shree Samvat 2078

Shaka Samvat 1943

Surya Ayan- Uttarayan, Round-South Round

Rituah - winter season.

Month - Magha month.

Paksha - Krishna Paksha.

Date- Shashti date 8:46 am

Moon sign- Moon in Virgo till 11:08 pm and then Libra.

Nakshatra- Hasta Nakshatra till 11:15 am

Yoga- Sukarma Yoga till 11:10 am (auspicious)

Karan- Vanij Karan till 8:46 am

Sunrise 7:13 am, Sunset 5:53 pm

Abhijit Nakshatra - 12:11 pm to 12:54 pm

Rahukaal - 8:33 am to 9:53 am (Good work prohibited, Delhi)

Direction – East direction.

January 2022 - Auspicious days:- 24 (up to 9 am), 26, 29

January 2022 - Inauspicious days:- 25, 27, 28, 30, 31


Bhadra:- 24 Jan 0 8:44 am to 24 Jan 0 till 8:20 PM (Shunning, house start, home entry, marriage, Rakshabandhan etc. should not be done in Bhadra, but in Bhadra there should be female affair, Yagya, pilgrimage, operation, case, Fire, cutting, animal related work can be done.


Ravi Yoga :- 23 Jan 11:09 am to 24 Jan 10:19 am, then from 24 Jan 11:15 am to 25 Jan 10:55 am it is an auspicious yoga, donations made in this, charity, job or government There are good results in things like joining a job. This yoga also neutralizes other bad yogas that are going on at this time.


Upcoming fasts and festivals:-


 Jan 28 - Shatila Ekadashi. Jan 30- Pradosh fast / Monthly Shivratri.


Special:- The person who lives outside Varanasi or outside the country, he can get astrological consultation by phone, by paying the consultation fee through Paytm or Bank Transfer for astrological consultation.


Have a good day .

Acharya Mordhwaj Sharma Shri Kashi Vishwanath Temple Varanasi Uttar Pradesh

9648023364

9129998000

                                                                           


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