07 फ़रवरी 2022

ज्योतिषीय लेख:- ऋतु तथा मास में जन्म लेने का विचार तथा फल Astrological Articles: Thoughts and Fruits of Birth in Season and Month

 


 ऋतु विचार

 मकर आदि दो-दो राशि पर सूर्य के भोगने को ऋतु कहते हैं, इस प्रकार ऋतु छः होती है, क्रमशः  शिशिर, वसंत,   ग्रीष्म, वर्षा, शरद्, और हेमन्त 


उनके क्रम से नाम होते हैं जैसे कि:-

मकर-कुम्भ में शिशिर

मीन-मेष में वसन्त 

वृष-मिथुन के सूर्य में ग्रीष्म ऋतु

कर्क-सिंह के सूर्य में वर्षा ऋतु

कन्या-तुला के सूर्य में शरद ऋतु

वृश्चिक-धनु के सूर्य में हेमन्त ऋतु


मनुष्य का विभिन्न ऋतुओं मे जन्म का फल


1. शिशिर ऋतु मे जन्म:-

शिशिर ऋतु में पैदा हुआ मनुष्य रूप और यौवन से सम्पन्न बडो आलसी सहा उद्दण्ड माधुता युक्त और बडा कामी होता है ॥ १ ॥


2. बसंत ऋतु मे जन्म:-

बसंत ऋतु मे जन्म लेने वाला मनुष्य बडा परिश्रमी धैर्यवान तेजस्वीअनेक कामों को करने वाला और अनेक देशों के रसका जानने वाला होताई ॥२॥ 


3. ग्रीष्मऋतु में जन्म:-

ग्रीष्मऋतु में जन्म लेता है वह मनुष्य का करने वाला क्रोधको जीतने वाला सच समय भूखसे युक्त बडो कामी शरीर से लम्बा बड़ा बुद्धि मान होने पर महा शठ और सबसमय रहने वाला होता है ॥ ३ ॥


4. वर्षा ऋतु में जन्म:-

वर्षा ऋतु में जन्म लेने वाला मनुष्य बडा गुणी, भोगों का भोगने वाला, राजा से पूजा पाने वाला, इन्द्रियों को वश में रखने वाला, बडा चतुर और मतलब के लिये बातचीत करने वाला होता है ॥ ४ ॥


5. शरद ऋतु में जन्म:-

शरदऋतु में जन्म लेने वाला मनुष्य वाणिज्य तथा खेती द्वारा जीविका करने वाला, धनधान्य की वृद्धि से युक्त बडा प्रतापी और बहुत प्रतिष्ठित होता है॥५॥


6. हेमन्त ऋतु में जन्म:-

जो हेमन्तऋतु में जन्म लेता है वह मनुष्य अनेक व्याधि से युक्त, तेजहीन, डर से युक्त, अत्यन्त क्रूर स्वभाव वाला, छोटी तथा पुष्ट गर्दन वाला, डरपोक होता है ।। ६ ।।




अथ मास फल

सनातन धर्म ग्रंथों के अनुसार एक वर्ष मे कुल बारह मास होते हैं, तथा मास की गणना चैत्र मास से आरंभ होती हैं।


चैत्र मास मे जन्म:-

चैत्र मास में पैदा हुआ पुरुष दर्शनीय, अहंकारी, शुभ गुणों का स्थान, लाल नेत्र वाला, बडा क्रोधित और स्त्रियों मे आसक्त होता है ॥ १ ॥ 


वैशाख मास मे जन्म:-

वैशाख मास में जन्म लेने वाला पुरुष भोगों का भोगने वाला, धनवान, प्रसन्न चित्त वाला, क्रोध युक्त विशाल नेत्र वाला, बडा स्वरूपवान्, और स्त्रियों का प्रिय होता है ॥ २ ॥


ज्येष्ठ मास मे जन्म:-

जो पुरुष ज्येष्ठ मास में जन्म लेता है, वह परदेश रहने में समय बिताने वाला, उदार चित्त युक्त धन सम्पन्न, बडी आयु वाला, बडा बुद्धिमान और साहूकार होता है ॥ ३ ॥


आषाढ़ मास मास मे जन्म:- 

जो मनुष्य आषाढ़ मास में जन्म लेता है, वह मनुष्य पुत्र तथा पौत्रों से युक्त, धर्मात्मा, धन के नाश से पीडित, सुन्दर वर्ण वाला और थोडा सुख भोगने वाला होता हैं ॥ ४ ॥


श्रावण मास मास मे जन्म:- 

श्रावण मास में जन्म लेने वाला मनुष्य सुख दुःख में और हानि लाभ इत्यादि में समचित्त रखने वाला, मोटी देह वाला और सुन्दर स्वरूप वाला होता है॥५।।


भाद्रपद मास मास मे जन्म:-  

भाद्रपद मास में जन्म लेने वाला मनुष्य नित्य प्रसन्न मन रहने वाला, बडा बकवादी, पुत्र से युक्त, सुखी और कोमल वचन बोलने वाला और बडा सुशील होता है।। ६ ।।


अश्विन मास मास मे जन्म:- 

आश्विन मास में जन्म लेने वाला पुरुष सुन्दर रूप युक्त, सर्व सुखों से सम्पन्न, काव्य बनाने वाला, अत्यन्त पवित्र आचरण वाला गुणवान, धनवान और बडा कामी होता है ॥ ७॥


कार्तिक मास मास मे जन्म:- 

कार्तिक मास में जन्म लेने वाला मनुष्य उत्तम धन से युक्त, कामी, दुष्टाचरण करने वाला, व्यापार का काम करने वाला, बड़ा पापी और महादुष्ट चित्त होता है ॥ ८ ॥


अगहन मास मास मे जन्म:- 

जो अगहन मास में जन्म लेता है वह मनुष्य कोमल वचन बोलने वाला, अनेक मित्रों वाला, बड़ा पराक्रमी और परोपकार करने वाला होता है ॥ ६॥


पौष मास मास मे जन्म:- 

पौष मास में जन्म लेने वाला मनुष्य बड़ा शूरवीर, बड़ा प्रतापी, पितर देवतों की भक्ति से रहित और ऐश्वर्यवान होता है ॥ १० ॥


माघ मास मे जन्म:- 

जो मनुष्य माघ मास में जन्म लेता है वह मनुष्य बडा विद्वान्, धनवान्,  शूरवीर,  क्रूर वचन कहने वाला, कामी और रणभूमि में धैर्य रखने वाला होता है।।११।।


फाल्गुन मास मास मे जन्म:- 

जो फाल्गुन मास में जन्म लेता है उस मनुष्य का अंग गोरा, परोपकार करने वाला, धनी, बड़ा विद्वान, नित्य विदेशों में भ्रमण करने वाला होता है ।।१२।।


आषाढ़ अधिक मास मे जन्म:-  

अधिक मास में जन्म लेने वाला मनुष्य सांसारिक विषयों से अलग रहने वाला, मनेाहर चरित्र तथा दृष्टि वाला, अनेक प्रकार के तीर्थों में यात्रा करने वाला, सदा नीरोग रहने वाला, सबका प्रिय, और अपनो का हित करने वाला होता है। ।।१३।।


(समाप्त)

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आगामी लेख

1.  7 फर० को ज्योतिषीय विषय "विभिन्न 'ऋतुओ' तथा 'मासो' मे जन्म लेने का फल"पर लेख

2. 9 फर० से "जया एकादशी" विषय पर धारावाहिक लेख

3. 11 फर० को "फाल्गुन सक्रांति" पर लेख

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जय श्री राम

आज का पंचांग,दिल्ली 🌹🌹🌹

सोमवार,7.2.2022

श्री संवत 2078

शक संवत् 1943

सूर्य अयन- उतरायण, गोल-दक्षिण गोल

ऋतुः- शिशिर-वसन्त ऋतुः ।

मास- माघ मास।

पक्ष- शुक्ल पक्ष ।

तिथि- सप्तमी तिथि अगले दिन 6:18 am

चंद्रराशि- चंद्र मेष राशि मे।

नक्षत्र- अश्विनी नक्षत्र 6:59 pm तक

योग- शुभ योग 4:42 pm तक (शुभ है)

करण- गर करण 5:24 pm तक 

सूर्योदय 7:06 am, सूर्यास्त 6:04 pm

अभिजित् नक्षत्र- 12:13 pm से 12:57 pm

राहुकाल - 8:28 am से 9:50 am (शुभ कार्य वर्जित,दिल्ली )

दिशाशूल- पूर्व दिशा ।


फरवरी शुभ दिन:- 7, 10 (सायं. 7 तक), 11 (रात्रि 8 उपरांत), 12 (दोपहर 4 उपरांत), 13, 14, 15, 16 (सवेरे 10 उपरांत), 17, 18, 19 (सवेरे 10 तक), 20, 21, 22 (दोपहर 4 तक), 23 (दोपहर 3 उपरांत), 24 (दोपहर 1 तक), 25 (दोपहर 12 उपरांत), 26 (सवेरे 11 उपरांत)


फरवरी अशुभ दिन:- 8, 9, 27, 28


भद्रा:-  7 फर० 4:14 pm से 8 फर० 3:48 am तक ( भद्रा मे मुण्डन, गृहारंभ, गृहप्रवेश, विवाह, रक्षाबंधन आदि शुभ काम नही करने चाहिये , लेकिन भद्रा मे स्त्री प्रसंग, यज्ञ, तीर्थस्नान, आपरेशन, मुकद्दमा, आग लगाना, काटना, जानवर संबंधी काम किए जा सकतें है।


गण्ड मूल आरम्भ:- रेवती नक्षत्र, 5 फर० 4:09 pm से 7 फर० 6:59 pm तक अश्विनी नक्षत्र तक गंडमूल रहेगें।  गंडमूल नक्षत्रों मे जन्म लेने वाले बच्चो का मूलशांति पूजन आवश्यक है।


रवि योग :- 6 फर० 5:10 pm से 7 फर० 6:59 pm तक  यह एक शुभ योग है, इसमे किए गये दान-पुण्य, नौकरी  या सरकारी नौकरी को join करने जैसे कायों मे शुभ परिणाम मिलते है । यह योग, इस समय चल रहे, अन्य बुरे योगो को भी प्रभावहीन करता है।

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आगामी व्रत तथा त्यौहार:- 

10 फर०- गुप्त नवरात्रे समाप्त। 12 फर०-जया एकादशी। 13 फर०-फाल्गुन कुंभ  सक्रांति अर्धरात्रि 3:26 am, (पुण्य काल अगले दिन 9:50 तक)।  14 फर०-प्रदोष व्रत (शुक्ल)/कुम्भ संक्रांति। 16 फर०-माघ पूर्णिमा व्रत। 20 फर०-संकष्टी चतुर्थी। 27 फर०-विजया एकादशी। 28 फर०-प्रदोष व्रत (कृष्ण)।

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विशेष:- जो व्यक्ति वाराणसी  से बाहर अथवा देश से बाहर रहते हो, वह ज्योतिषीय परामर्श हेतु Paytm या Bank transfer द्वारा परामर्श फीस अदा करके, फोन द्वारा ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकतें है

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आपका दिन मंगलमय हो . 💐💐💐

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English Translation :-

Season ideas


The enjoyment of Sun on two zodiac signs like Capricorn etc. is called season, thus the season is six, respectively, Shishir, Vasant, Summer, Varsha, Sharad, and Hemant.


There are names in their order such as:-


Pisces in Capricorn-Aquarius

Spring in Pisces

Summer in the Sun of Taurus-Gemini

Rainy season in the Sun of Cancer-Leo

Autumn in the Sun of Virgo-Libra

Hemant season in the Sun of Scorpio-Sagittarius



The fruit of man's birth in different seasons


1. Birth in winter:-


A man born in the winter season and full of youth, is a lazy, arrogant, sweet-smelling person and a great worker. 1


2. Born in Spring:-


A person born in the spring season would have been very hardworking, patient, brilliant, doing many things and knowing the juices of many countries 2॥


3. Birth in Summer:-


One who is born in the summer season, the one who conquers the anger of a human being, having a bigger intellect than a large body with hunger, is considered to be a great person and a person who lives all the time. 3


4. Born in the rainy season:-


A person born in the rainy season is very virtuous, a enjoyer of luxuries, worshiped by the king, who controls the senses, is very clever and talks for meaning. 4


5. Born in Autumn:-


A person born in autumn, who makes a living through commerce and agriculture, is very majestic and very prestigious with the growth of wealth.


6. Birth in Hemant Season:-


He who is born in the season of Hemant is fearless, sharp, fearless, very cruel, short and strong neck, fearful. 6.



Atha month fruit


According to Sanatan Dharma texts, there are a total of twelve months in a year, and the counting of the months starts from the month of Chaitra.


Born in Chaitra Month:-


A man born in the month of Chaitra is visible, arrogant, a place of auspicious qualities, red-eyed, very angry and attached to women. 1


Born in Vaishakh month:-


A man born in the month of Vaishakh is the enjoyer of pleasures, wealthy, happy minded, having huge eyes filled with anger, having a big nature, and is dear to women. 2


Born in Jyeshtha month:-


A person who is born in the month of Jyeshtha, spends time living abroad, has a generous mind, is rich in wealth, has a long life, is very intelligent and a moneylender. 3


Born in the month of Ashadh:-


A person who is born in the month of Ashadha, he is blessed with sons and grandsons, virtuous, suffering from the destruction of wealth, having a beautiful complexion and enjoying little happiness. 4


Born in the month of Shravan month:-


A person born in the month of Shravan, is balanced in happiness, sorrow and loss, profit etc., has a thick body and has a beautiful appearance.


Born in the month of Bhadrapada:-


A person born in the month of Bhadrapada is always happy-minded, very talkative, having a son, speaking happy and soft words and is very well-mannered. 6.


Born in the month of Ashwin:-


A person born in the month of Ashwin is a beautiful person, full of all pleasures, poetic, very pious, virtuous, wealthy and has great work. 7


Born in the month of Kartik month:-


A person born in the month of Kartik is endowed with good wealth, virtuous, wicked, engaged in business, very sinful and has a great wicked mind. 8


Born in the month of Aghan:-


One who is born in the month of Aghan is a soft spoken person, has many friends, is very mighty and benevolent. 6


Born in Paush month:-


A person born in the month of Paush is very brave, very majestic, devoid of devotion to the ancestors and is opulent. 10


Born in the month of Magha:-


The person who is born in the month of Magha is a learned man, rich, brave, speaking cruel words, sagacious and patient in the battlefield.


Born in the month of Falgun month:-


The part of a person who is born in the month of Falgun is fair, benevolent, wealthy, great scholar, constantly traveling abroad.


Born in the month of Ashadh Adhik:-


A person born in a large month, stays away from worldly matters, has a graceful character and vision, travels in many types of pilgrimages, is always healthy, is loved by all, and is beneficial to his loved ones. ..13..


(End)


upcoming articles


1. Article on the astrological topic "Fruits of being born in different 'seasons' and 'Maso' on 7th February"


Serial article on the topic "Jaya Ekadashi" from February 9


3. Article on "Falgun Sankranti" on February 11


Long live Rama


Today's Panchang, Delhi

Monday,7.2.2022

Shree Samvat 2078

Shaka Samvat 1943

Surya Ayan- Uttarayan, Round-South Round

Rituah - Shishir - spring season.

Month - Magha month.

Paksha - Shukla Paksha.

Date- Saptami Tithi the next day at 6:18 am

Moon Sign - Moon in Aries.

Nakshatra - Ashwini Nakshatra till 6:59 pm

Yoga - Auspicious yoga till 4:42 pm (good luck)

Karan- Gar Karan till 5:24 pm

Sunrise 7:06 am, Sunset 6:04 pm

Abhijit Nakshatra - 12:13 pm to 12:57 pm

Rahukaal - 8:28 am to 9:50 am (Good work prohibited, Delhi)

Direction – East direction.


February Lucky Days:- 7, 10 (till 7 pm), 11 (after 8 pm), 12 (after 4 pm), 13, 14, 15, 16 (after 10 am), 17, 18, 19 (10 am) Till 4 pm), 20, 21, 22 (upto 4 pm), 23 (after 3 pm), 24 (up to 1 pm), 25 (after 12 pm), 26 (after 11 am)


February inauspicious days:- 8, 9, 27, 28


Bhadra:- 7 February 4:14 pm to 8 February 3:48 am (Shunning, housewarming, home entry, marriage, Rakshabandhan etc. should not be done in Bhadra, but in Bhadra there should be female affairs, yagya, pilgrimage, operation, litigation, Fire, cutting, animal related work can be done.


Gand Mool Aarambh:- Revati Nakshatra, Gandmool will remain till Ashwini Nakshatra from 5th Feb. 4:09 pm to 7th Feb. 6:59 pm. Children born in Gandmool constellations need to worship Moolshanti.


Ravi Yoga: - From 6th Feb 5:10 pm to 7th February 6:59 pm it is an auspicious yoga, good results are found in the works like charity, charity, joining job or government job. This yoga also neutralizes other bad yogas that are going on at this time.


Upcoming fasts and festivals:-


10th Feb- Gupt Navratri ends. 12th Feb- Jaya Ekadashi. 13 Feb – Falgun Kumbh Sankranti midnight 3:26 am, (Punya period till 9:50 the next day). 14 February - Pradosh fast (Shukla) / Kumbh Sankranti. 16 February - Magha Purnima fasting. 20th February – Sankashti Chaturthi. 27 February - Vijaya Ekadashi. 28 February - Pradosh fast (Krishna).



Special:- The person who lives outside Varanasi or outside the country, he can get astrological consultation by phone, by paying the consultation fee through Paytm or Bank transfer for astrological consultation.


Have a good day .




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