ज्योतिषीय लेख:- "पक्ष फल" तथा "जन्म तिथि के अनुसार जन्म का फल"
।। अथ पक्ष फलम् ।।
वैदिक हिन्दू पंचांग के अनुसार एक वर्ष में बारह महीने, तथा प्रत्येक माह के दो पक्ष होते हैं क्रमशः शुक्ल पक्ष तथा कृष्ण पक्ष। दोनो पक्षों में जन्म लेने का फल निम्नलिखित प्रकार से होता है।
कृष्णपक्ष में जन्म:-
जो मनुष्य कृष्णपक्ष में जन्म लेता है वह बडा क्रूर दुर्मुख (कुरूप), स्त्री से द्वेष करने वाला, हीन बुद्धि और दूसरे मनुष्य की सहायता चाहने वाला होता है। ।। १ ।।
शुक्लपक्ष में जन्म:-
शुक्लपक्ष में जन्म लेने वाला पुरुष पूर्णमासी के चन्द्रमा के समान मुख वाला, धनी, उद्यमी, अनेक शास्त्रों को जानने वाला, सब कामों में कुशल और ज्ञानवान होता है ॥ २ ॥
।। अथ जन्मतिथि फलम् ।।
वैदिक हिन्दू पंचांग के अनुसार एक महीने में तीस तिथियाँ होती हैं, तिथि की गणना शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से आरंभ होकर कृष्ण पक्ष की अमावस्या अर्थात तीसवी तिथि तक की जाती है। दोनो पक्षों की विभिन्न तिथियो तथा पूर्णिमा एवं अमावस्या में जन्म लेने का फल निम्नलिखित प्रकार से होता है।
प्रतिपदा तिथि का जन्म
जो मनुष्य प्रतिपदा तिथि में जन्म लेता है वह दुष्टों के संग में रहने वाला, धनहीन, कुल को संताप देने वाला और अनेक व्यसनों में आसक्त चित होता है।
द्वितीया तिथि का जन्म
द्वितीया तिथि में जन्म लेने वाला आदमी परस्त्री गामी, सत्य शौच से रहित, चोर और स्नेहरहित होता है ॥ २ ॥
तृतीया तिथि का जन्म
तृतीया तिथि में जन्म लेने वाला पुरुष चेतनता रहित, सदा विकल, द्रव्यहीन (धनहीन) और नित्य दूसरों से द्वेष करने वाला होता है ॥ ३ ॥
चतुर्थी तिथि का जन्म
चतुर्थी तिथि में जन्म लेने वाला पुरुष बडा भोगी, दाता मित्रों से स्नेह रखने वाला, बडा चतुर और धन संतान से युक्त होता है ॥ ४।।
पचंमी तिथि का जन्म
जो पुरुष पंचमी तिथि में जन्म लेता है, वह मनुष्य व्यवहार में कुशल, गुणों का ग्रहण करने वाला, माता पिता की रक्षा करने वाला, दाता, भोक्ता और अल्पप्रीति रखने वाला होता है ॥ ५ ॥
षष्ठी तिथि का जन्म
जो मनुष्य षष्ठी तिथि में जन्म लेता है, वह अनेक देशों में घूमने वाला, सदा कलह करने वाला और केवल अपने पेट का पोषण करने वाला होता है॥६॥
सप्तमी तिथि का जन्म
जो सप्तमी तिथि में जन्म लेता है, वह मनुष्य थोडे में ही संतोष रखने वालो बड़ा तेजस्वी, सौभाग्य, गुण संपन्न, पुत्रवान और धन सम्पन्न होता है ॥ ७ ॥
अष्टमी तिथि का जन्म
अष्टमी तिथि का जन्म लेने वाला पुरुष धर्मात्मा, सत्य बोलने वाला, दानी, भोगो को भोगने वाला, प्राणियों पर दया करने वाला, गुणों का जानने वाला और सब कामो का जानने वाला होता है।।८।।
नवमी तिथि का जन्म
जो नवमी तिथि में जन्म लेता है वह पुरुष देवताओं की पूजा करने चाला, पुत्रवान्, धन और स्त्री में आसक्त मन वाला और नित्य शास्त्राभ्यास करने वाला होता है ॥ ९ ॥
दशमी तिथि का जन्म
दशमी तिथि में जन्म लेने वाला पुरुष धर्म अधर्म को जानने वाला, देवताओं का सेवक, यज्ञ कराने वाला तेजस्वी और सदा सुखी होता है ॥ १० ॥
एकादशी तिथि का जन्म
एकादशी तिथि में जन्म लेने वाला मनुष्य थोडे ही में सन्तोषी, राजमहल में आने जाने वाला, बडा पवित्र, धन-पुत्र युक्त, और बडा बुद्धिमान होता हैं ॥११॥
द्वादशी तिथि का जन्म
द्वादशी तिथि में जो पुरुष जन्म लेता है, वह बडा चंचल, चपलता को जानने वाला, सदा दुर्बल अंग वाला और देशों में भ्रमण करने वाला होता है।।१२।।
त्रयोदशी तिथि का जन्म
जो त्रयोदशी तिथि में जन्म लेता है वह पुरुष महासिद्ध, बडा बुद्धिमान, शास्त्र में अभ्यास रखने वाला जितेन्द्रिय और परोपकारी होता है।
चतुर्दशी तिथि का जन्म
जो मनुष्य चतुर्दशी तिथि के दिन जन्म लेता है वह मनुष्य बडा धनाढ्य, धर्म करने वाला, शूरवीर, संतों के वाक्य का पालन करने वाला, राजाओं को मान्य और बडा यशस्वी होता है ।। १४ ।।
पूर्णिमा तिथि का जन्म
पूर्णिमा तिथि में जन्म लेनेवाला मनुष्य बडा श्रीमान्, बुद्धिमान, भोजन करने में अति लालसा रखने वाला, उत्साही और परस्त्रियों में अत्यन्त आसक्त होता है ।
अमावस्या तिथि का जन्म
जो मनुष्य अमावस्या तिथि में जन्म लेता है वह मनुष्य बडा आलसी, सबसे द्वेष करने वाला, क्रोधी अति मूर्ख, बडा पराक्रमी और मूर्ख राजा का मंत्री और बडा ज्ञानी होता है ।। १६ ।।
(क्रमशः)
कल "नन्दादि तिथि तथा दिन अथवा रात्रिकालीन जन्म का फल" विषय पर लेख।
_________________________
आगामी लेख
1. 17 फर० को ज्योतिषीय विषय "नन्दादि तिथि तथा दिन एवं रात्रिकालीन जन्म का फल" पर लेख
2. 18 फर० को ज्योतिषीय विषय "वारानुसार जन्म फल" पर लेख
3. 19 फर० को ज्योतिषीय विषय "जन्म नक्षत्र के अनुसार फल" पर लेख
_________________________
जय श्री राम
आज का पंचांग,दिल्ली 🌹🌹🌹
बुधवार,16.2.2022
श्री संवत 2078
शक संवत् 1943
सूर्य अयन- उतरायण, गोल-दक्षिण गोल
ऋतुः- शिशिर-वसन्त ऋतुः ।
मास- माघ मास।
पक्ष- शुक्ल पक्ष ।
तिथि- पूर्णिमा तिथि 10:28 pm तक
चंद्रराशि- चंद्र कर्क राशि मे 3:14 pm तक तदोपरान्त सिंह राशि।
नक्षत्र- अश्लेषा नक्षत्र 3:14 pm तक
योग- शोभन योग 8:42 pm तक (शुभ है)
करण- विष्टि करण 10:10 am तक
सूर्योदय 6:59 am, सूर्यास्त 6:11 pm
अभिजित् नक्षत्र- कोई नहीं
राहुकाल - 12:35 pm से 1:59 pm* (शुभ कार्य वर्जित,दिल्ली )
दिशाशूल- उत्तर दिशा ।
फरवरी शुभ दिन:- 16 (सवेरे 10 उपरांत), 17, 18, 19 (सवेरे 10 तक), 20, 21, 22 (दोपहर 4 तक), 23 (दोपहर 3 उपरांत), 24 (दोपहर 1 तक), 25 (दोपहर 12 उपरांत), 26 (सवेरे 11 उपरांत)
फरवरी अशुभ दिन:- 27, 28
भद्रा:- 15 फर० 9:43 pm से 16 फर० 10:05 am तक ( भद्रा मे मुण्डन, गृहारंभ, गृहप्रवेश, विवाह, रक्षाबंधन आदि शुभ काम नही करने चाहिये , लेकिन भद्रा मे स्त्री प्रसंग, यज्ञ, तीर्थस्नान, आपरेशन, मुकद्दमा, आग लगाना, काटना, जानवर संबंधी काम किए जा सकतें है।
गण्ड मूल आरम्भ:- अश्लेषा नक्षत्र, 15 फर० 1:49 pm से 17 फर० 4:11 pm तक मघा नक्षत्र तक गंडमूल रहेगें। गंडमूल नक्षत्रों मे जन्म लेने वाले बच्चो का मूलशांति पूजन आवश्यक है।
_________________________
आगामी व्रत तथा त्यौहार:-
16 फर०-माघ पूर्णिमा व्रत। 20 फर०-संकष्टी चतुर्थी। 27 फर०-विजया एकादशी। 28 फर०-प्रदोष व्रत (कृष्ण)।
______________________
विशेष:- जो व्यक्ति वाराणसी से बाहर अथवा देश से बाहर रहते हो, वह ज्योतिषीय परामर्श हेतु Paytm या Bank transfer द्वारा परामर्श फीस अदा करके, फोन द्वारा ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकतें है
________________________
आपका दिन मंगलमय हो . 💐💐💐
-------------------------------------------------------------------
English Translation :-
Astrological articles: - "Park Phal" and "Birth Result according to date of birth"
That's the side result.
According to the Vedic Hindu calendar, there are twelve months in a year, and each month has two Pakshas, Shukla Paksha and Krishna Paksha respectively. The result of taking birth in both the sides is as follows.
Born in Krishna Paksha:-
A person who is born in the Krishna Paksha is very cruel, dur-faced (ugly), who hates women, has inferior intellect and seeks the help of other human beings. , 1.
Born in Shukla Paksha:-
A person born in Shukla Paksha is full moon-like face, wealthy, enterprising, knows many scriptures, is skilled and knowledgeable in all works. 2
That's the date of birth.
According to the Vedic Hindu calendar, there are thirty Tithis in a month, the date is calculated starting from Shukla Paksha Pratipada till the new moon day of Krishna Paksha i.e. the thirtieth. The results of taking birth on different dates of both the sides and on full moon and new moon are as follows.
pratipada date of birth
The person who is born on Pratipada Tithi, he lives in the company of the wicked, is moneyless, gives trouble to the family and is enamored of many addictions.
Dvitiya date of birth
A person born on Dwitiya Tithi is promiscuous, devoid of true defecation, thief and without affection. 2
Tritiya birth date
A person born on Tritiya Tithi is conscious, always devoid of money, moneyless and always hating others. 3
Chaturthi date of birth
A person born on Chaturthi Tithi is a big beneficiary, loving to donor friends, very clever and rich in children. 4.
fifth date of birth
A person who is born on Panchami Tithi is skilled in human behavior, possessor of virtues, protector of parents, giver, enjoyer and has little love. 5
Six birth date
The person who is born on Shashthi Tithi, he roams in many countries, is always quarrelsome and takes care of his stomach only.
Saptami date of birth
One who is born on the seventh date, that person, having contentment in a little, becomes very brilliant, fortunate, full of virtues, son-in-law and rich in wealth. 7
Ashtami date of birth
A person born on Ashtami date is virtuous, truth-speaker, charitable, enjoyer of pleasures, merciful to living beings, knower of virtues and knower of all works.
navami date of birth
One who is born on Navami Tithi is capable of worshiping male deities, having a son-in-law, having a mind attached to wealth and women, and doing regular scriptures. 9
tenth date of birth
A person born on the tenth day is the one who knows Dharma, unrighteousness, the servant of the gods, the one who performs the Yagya, and is always happy. 10
Ekadashi date of birth
A person born on Ekadashi Tithi is little contented, coming to the palace, very pious, rich in sons, and very intelligent.
dwadashi date of birth
12
Trayodashi date of birth
One who is born on Trayodashi Tithi is a great man, very intelligent, having practice in the scriptures, Jitendriya and benevolent.
Chaturdashi date of birth
The person who is born on the day of Chaturdashi, that person is very rich, religious, brave, follows the words of saints, is acceptable to kings and becomes very successful. 14.
full moon date of birth
A person born on the full moon date is a great gentleman, intelligent, very greedy for food, enthusiastic and very attached to women.
new moon date of birth
The person who is born on the new moon day, that person is very lazy, most hated, very angry, very foolish, very mighty and foolish, is the minister of the king and very knowledgeable. 16.
(respectively)
Tomorrow article on the topic "Nandadi date and results of day or night birth".
upcoming articles
1. Article on the astrological topic "Nandadi date and day and night birth results" on February 17
2. Article on the astrological topic "Birth wise according to birth" on February 18
3. Article on the astrological topic "Fruits according to birth constellation" on 19 February
Long live Rama
Today's Panchang, Delhi
Wednesday, 16.2.2022
Shree Samvat 2078
Shaka Samvat 1943
Surya Ayan- Uttarayan, Round-South Round
Rituah - Shishir - spring season.
Month - Magha month.
Paksha - Shukla Paksha.
Date- Poornima date till 10:28 pm
Moon sign- Moon in Cancer till 3:14 pm and then Leo sign.
Nakshatra - Ashlesha Nakshatra till 3:14 pm
Yoga- Shobhan Yoga till 8:42 pm (good luck)
Karan- Vishti Karan till 10:10 am
Sunrise 6:59 am, Sunset 6:11 pm
Abhijit Nakshatra - none
Rahukaal - 12:35 pm to 1:59 pm* (Good work prohibited, Delhi)
Direction – North direction.
February Lucky Days:- 16 (after 10 am), 17, 18, 19 (till 10 am), 20, 21, 22 (till 4 pm), 23 (after 3 pm), 24 (up to 1 pm), 25 ( After 12 noon), 26 (after 11 am)
February inauspicious days:- 27, 28
Bhadra:- 15 February 9:43 pm to 16 February 10:05 am (Shunning, housewarming, home entry, marriage, Rakshabandhan etc. should not be done in Bhadra, but in Bhadra, women affairs, yagya, pilgrimage, operation, case, etc. Fire, cutting, animal related work can be done.
Gand Mool Aarambh:- Ashlesha Nakshatra, from 15th Feb 1:49 pm to 17th Feb 4:11 pm Gandmool will remain till Magha Nakshatra. Children born in Gandmool constellations need to worship Moolshanti.
Upcoming fasts and festivals:-
16 February - Magha Purnima fasting. 20 February - Sankashti Chaturthi. 27 February - Vijaya Ekadashi. 28 February - Pradosh fast (Krishna).
Special:- The person who lives outside Varanasi or outside the country, he can get astrological consultation by phone, by paying the consultation fee through Paytm or Bank transfer for astrological consultation.
Have a good day .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें