ज्योतिषीय लेख:-"विभिन्न योग मे जन्म का फल"
।।अथ योग जन्मफल।।
भारतीय ज्योतिष मे कुल 27 योग बतलायें गए हैं, विभिन्न योगो मे जन्म लेने का फल निम्नलिखित प्रकार से होता है।
विष्कुम्भ योग मे जन्म लेने का फल
विष्कम्भ नामक योग में जन्म लेने वाला मनुष्य रूपवान्, भाग्यवान अनेक अलंकारों से संपूर्ण, बडा बुद्धिमान और बड़ा चतुर होता है ॥ १ ॥
प्रीति योग मे जन्म लेने का फल
प्रीतियोग में जन्म लेने वाला मनुष्य स्त्रियों को प्यारा, तत्व का जानने वाला, बडा उत्साही और स्वार्थ के लिये नित्य उद्यम करने वाला होता है।।२।।
आयुष्मान योग मे जन्म लेने का फल
आयुष्मान योग में जन्म लेने वाला पुरुष बडा मानी, धनवान, बहुत दिन जीने वाला, अनेक प्रकार के जीवादिकों से युक्त और युद्ध में विजय पाने वाला होता है | ॥ ३ ॥
सौभाग्य योग मे जन्म लेने का फल
सौभाग्य नामक योग में जन्म लेने वाला पुरुष राजा का मन्त्री, सब कामों में निपुण, और स्त्रियों को प्रिय होता है ॥ ४ ॥
शोभन योग मे जन्म लेने का फल
शोभन नामक योग में जन्म लेने वाला पुरुष बहुत सुन्दर, बहुत पुत्र-पत्नी से युक्त, सब कामों में आतुर और युद्ध भूमि में सम्मिलित होने के लिये सदा उत्कंठित रहता है ॥ ५ ॥
अतिगण्ड योग मे जन्म लेने का फल
जो अतिगंड योग में जन्म लेता है वह मनुष्य अपनी माता का मारने वाला होता है, और गन्डांत में जन्म लेने वाला, कुल भर को मारने वाला होता है ।
सुकर्मा योग मे जन्म लेने का फल
सुकर्मा नामक योग में जन्म लेने वाला मनुष्य सत्कर्म करने वाला, सबों से प्रीति रखने वाला, बडा सुशील, सर्वत्र आसक्ति करने वाला, अनेक भोगों का भोगने वाला, और सब गुणों से सम्पन्न होता है ॥ ७ ॥
धृति योग मे जन्म लेने का फल
घृति योग का जन्म लेने वाला पुरुष धैर्य धारण करने वाला, कीर्ति-पुष्टि-धन से युक्त, बडा भाग्यवान्, सुख से संपन्न और गुणवान, विद्यावान होता है ।।८।।
शूल योग मे जन्म लेने का फल
जो पुरुष शूल नाम योग में जन्म लेता है वह शूलरोग से युक्त, धर्म का आचरण करने वाला, शास्त्र में पारंगत, विद्या तथा धन के उपार्जन करने में चतुर तथा यज्ञ करने वाला होता है ॥ ९ ॥
गंड योग मे जन्म लेने का फल
गंड नामक योग में जन्म लेने वाला मनुष्य गलगण्ड रोग से युक्त, बहुत क्लेश भोगने वाला, बडे मस्तक वाला, छोटे शरीर वाला, बडा शूरवीर अनेक भोगों का भोगने वाला, और कही हुई बात को पूर्ण करने वाला होता है ।। १० ।।
वृद्धि योग मे जन्म लेने का फल
वृद्धि नाम योग में जन्म लेने वाला मनुष्य रूप से सुन्दर, अनेक पुत्र तथा भार्या रखने वाला, धनवान और अनेक भोगों को भोगने वाला, और बड़ा पराक्रमी होता है।॥ १२ ॥
वृद्धि योग मे जन्म लेने का फल
ध्रुव योग में जन्म लेने वाला मनुष्य दीर्घायु, सबो को प्रिय लगने वाला, विचार सहित स्थिर कर्म करने वाला, सब कामों के करने में अत्यन्त आसक्त और स्थिर वृद्धि वाला होता है ॥ १२ ॥
व्याघात योग मे जन्म लेने का फल
व्याघात योग का जन्म लेने वाला मनुष्य सब बात जानने वाला, सब से पूजा पाने वाला, सब कामों में चतुर और लोक में प्रसिद्ध होता है ॥ १३ ॥
हर्ष योग मे जन्म लेने का फल
हर्षण नाम योग में जन्म लेने वाला मनुष्य बडा भाग्यशाली, राजा का प्रिय, बडा डीठ, अनेक प्रकार धन सम्पन्न और विद्याशास्त्र में विशारद होता है।
वज्र योग मे जन्म लेने का फल
वज्रयोग में जो जन्म लेता है वह मनुष्य वज्र के समान कड़ी मुष्टि वाला, सब विद्या और विद्या में पारंगत, धनधान्य से युक्त, तत्व का जानने वाला और पराक्रमी होता है ॥ १५ ॥
सिद्धि योग मे जन्म लेने का फल
सिद्धि योग में जन्म लेने वाला मनुष्य सर्व सिद्धियों से युक्त, दाता, भोक्ता, सुखी, सुन्दर, शोक करने वाला और रोगी होता है ॥ १६ ॥
व्यतिपात योग मे जन्म लेने का फल
व्यतीपात योग में जन्म लेने वाला मनुष्य बडी कठिनता से जीता है, यदि वह जी पडे तब भाग्य योग से उत्तमोत्तम होता है ॥ १७ ॥
वरियन योग मे जन्म लेने का फल
वरीयन योग में जो जन्म लेता है वह मनुष्य बलवान, शिल्प शास्त्र तथा कलाओं का जानने वाला और गाने बजाने में कुशल होता है ॥ १८ ॥
परिध योग मे जन्म लेने का फल
जो मनुष्य परिध नाम योग में जन्म लेता है, वह मनुष्य उन्नति करने वाला, शास्त्रों का जानने वाला, सत्कविता करने वाला, बोलने वाला, दाता, भोक्ता और प्रिय वचन बोलने वाला होता है।
शिव योग मे जन्म लेने का फल
जो शिव योग में जन्म लेता है वह मनुष्य सब कल्याणों का पात्र, लोक में महादेव के समान और सदा बुद्धि से युक्त होता है ।। २० ।।
सिद्ध योग मे जन्म लेने का फल
जो मनुष्य सिद्ध योग में जन्म लेता है वह मनुष्य सिद्धि का देने वाला मन्त्र सिद्धि का करने वाला, दिव्य स्त्री से युक्त और सब सम्पत्ति से युक्त होता है।
साध्य योग मे जन्म लेने का फल
साध्य नाम योग में जो जन्म लेता है, वह मनुष्य सिद्धिवाला, मानसिक अधिक यश स्त्री संपूर्णा सुख प्राप्त करने वाला बडा आलसी, जगत में प्रसिद्ध और सवों का सम्मत होता है। ।। २२।।
शुभ योग मे जन्म लेने का फल
जो शुभ योग में जन्म लेता है वह मनुष्य शुभ मुख युक्त, धनवान, विज्ञान ज्ञान से सम्पन्न होता है, दाता, ब्राह्मणों का पूजन करने वाला होता है ॥ २३ ॥
शुक्ल योग मे जन्म लेने का फल
जो शुक्ल नाम योग में जन्म लेता है, वह मनुष्य सब कला परिपूर्ण, सर्वार्थ ज्ञान को जानने वाला, बडा कवि, बडा प्रतापी, शूरवीर, धनवान् और सब जनों को प्रिय होता है ।। २४ ॥
ब्रह्म योग मे जन्म लेने का फल
जो ब्रह्मयोग में जन्म लेता है वह मनुष्य महाविद्वान्, वेद शास्त्र में पारगंत, ब्रह्म ज्ञान में रत और सब काम करने में कुशल होता है। ।।२५।।
ऐन्द्रे योग मे जन्म लेने का फल
जो ऐन्द्र नाम योग में जन्म लेता है वह मनुष्य राजकुल में जन्म लेने वाला निश्चय राजा होता है अल्प आयु वाला परन्तु सुखी भोगी और गुणवान होता है ।। २६ ॥
वैधृति योग मे जन्म लेने का फल
जो वैधृति नाम योग में जन्म लेता है, वह मनुष्य नित्य उत्साह रखने वाला, विभूषणों से विभूषित होता है, वह प्रीति करता है तो भी सबको बुरा लगता है ॥ २७
(क्रमशः)
कल "विभिन्न करण मे जन्म लेने का फल" विषय पर लेख।
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आगामी लेख
1. 21 फर० को ज्योतिषीय विषय "विभिन्न योगो मे जन्म लेने का फल" पर लेख
2. 22 फर० को ज्योतिषीय विषय "विभिन्न करण मे जन्म लेने का फल" पर लेख
3. 23 फरवरी को "विजया एकादशी" पर लेख
4. 24 फरवरी से "भगवान शिव तथा महाशिवरात्रि" विषय पर धारावाहिक लेख
5. शीघ्र ही "होलाष्टक, होलिका दहन तथा धुलैण्डी" पर धारावाहिक लेख प्रारम्भ।
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जय श्री राम
आज का पंचांग,दिल्ली 🌹🌹🌹
सोमवार,21.2.2022
श्री संवत 2078
शक संवत् 1943
सूर्य अयन- उतरायण, गोल-दक्षिण गोल
ऋतुः- शिशिर-वसन्त ऋतुः ।
मास- फाल्गुन मास।
पक्ष- कृष्ण पक्ष ।
तिथि- पचंमी तिथि 8 pm तक
चंद्रराशि- चंद्र तुला राशि मे।
नक्षत्र- चित्रा नक्षत्र 4:17 pm तक
योग- गण्ड योग 1:04 pm तक (अशुभ है)
करण- कौलव करण 8:36 am तक
सूर्योदय 6:54 am, सूर्यास्त 6:15 pm
अभिजित् नक्षत्र- 12:12 pm से 12:57 pm
राहुकाल - 8:19 am से 9:44 am (शुभ कार्य वर्जित,दिल्ली )
दिशाशूल- पूर्व दिशा ।
फरवरी शुभ दिन:- 21, 22 (दोपहर 4 तक), 23 (दोपहर 3 उपरांत), 24 (दोपहर 1 तक), 25 (दोपहर 12 उपरांत), 26 (सवेरे 11 उपरांत)
फरवरी अशुभ दिन:- 27, 28
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आगामी व्रत तथा त्यौहार:-
20 फर०-संकष्टी चतुर्थी। 27 फर०-विजया एकादशी। 28 फर०-प्रदोष व्रत (कृष्ण)।1 मार्च- महाशिवरात्रि। 2 मार्च- फाल्गुन अमावस्या।10 मार्च- होलाष्टक प्रांरभ। 14 मार्च- आमलकी एकादशी/मीन संक्रांति (पुण्यकाल 15 मार्च मध्याह्न काल तक) 15 मार्च- प्रदोष व्रत (शुक्ल) 17 मार्च- होलिका दहन। 18 मार्च- होली/फाल्गुन पूर्णिमा व्रत। 21 मार्च- संकष्टी चतुर्थी। 22 मार्च- श्रीरंग पंचमी। 25 मार्च- शीतलाष्टमी व्रत। 28 मार्च- पापमोचिनी एकादशी। 29 मार्च- मंगल प्रदोष व्रत (कृष्ण)। 30 मार्च- मासिक शिवरात्रि।
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विशेष:- जो व्यक्ति वाराणसी से बाहर अथवा देश से बाहर रहते हो, वह ज्योतिषीय परामर्श हेतु Paytm या Bank transfer द्वारा परामर्श फीस अदा करके, फोन द्वारा ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकतें है
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आपका दिन मंगलमय हो . 💐💐💐
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English Translation :-
Astrological article:-"The fruit of birth in different yogas"
..ath yoga birth result..
A total of 27 yogas have been told in Indian astrology, the results of taking birth in different yogas are as follows.
Result of being born in Vishkumbh Yoga
A person born in the yoga named Vishkambh is full of form, fortunate, full of many ornaments, very intelligent and very clever. 1
Result of being born in Preeti Yoga
A person born in Preetiyoga is a lover of women, a knower of the elements, very enthusiastic and a constant venturer for selfishness.
Result of being born in Ayushman Yoga
A person born in Ayushman Yoga is very proud, wealthy, long-lived, possessed of many types of materialists and victorious in battle. , 3
Result of being born in Saubhagya Yoga
A man born in a yoga called Saubhagya is a minister to a king, skilled in all works, and dear to women. 4
Result of being born in Shobhana Yoga
A man born in a yoga named Shobhan is very handsome, blessed with many sons and wife, eager in all works and always yearning to join the battlefield. 5
Result of being born in Atigunda Yoga
One who is born in Atiganda Yoga is the one who kills his mother, and the one who is born in Gandanta is the one who kills the whole family.
Result of being born in Sukarma Yoga
A person born in the yoga called Sukarma is one who does good deeds, is loving to all, is very gentle, has attachment everywhere, enjoys many pleasures, and is endowed with all qualities. 7
Result of being born in Dhriti Yoga
The person born of Ghriti Yoga is patient, full of fame-affirmation-wealth, very fortunate, endowed with happiness and virtuous, learned.
Result of being born in Shoola Yoga
A person who is born in Shool Naam Yoga, is suffering from disease, practices dharma, is well versed in the scriptures, is clever in acquiring knowledge and wealth, and performs sacrifices. 9
Result of being born in Ganda Yoga
A person born in a yoga named Gand is suffering from goiter disease, suffering a lot, having a big head, having a small body, a great warrior, having many pleasures, and fulfilling what has been said. 10.
Result of being born in Vriddhi Yoga
A person born in Vriddhi Naam Yoga is beautiful in human form, having many sons and wives, rich and enjoys many pleasures, and is very mighty. 12
Result of being born in Vriddhi Yoga
A person born in Dhruva Yoga has a long life, is dear to all, does steady actions with thoughts, is very attached to all works and has steady growth. 12
Result of being born in Vyaghat Yoga
The person born of Vyaaghat Yoga is the knower of all things, the one who is worshiped by all, clever in all works and famous in the world. 13
Result of being born in Harsha Yoga
A person born in Harshana Naam Yoga is very fortunate, a king's favorite, has a great reputation, is rich in many ways and is expert in science.
Result of being born in Vajra Yoga
The one who takes birth in Vajrayog is like a thunderbolt, having a strong eye, proficient in all knowledge and learning, full of wealth, knower of elements and mighty. 15
Result of being born in Siddhi Yoga
A person born in Siddhi Yoga is full of all siddhis, giver, enjoyer, happy, beautiful, mourning and sick. 16
Result of being born in Vyatipat Yoga
A person born in Vyatipat Yoga lives with great difficulty, if he lives, then Bhagya is the best of the Yoga. 17
Result of being born in Varian Yoga
The person who is born in Varian Yoga is strong, knows the craftsmanship and arts and is skilled in playing songs. 18
Result of being born in Paridha Yoga
The person who is born in Paridh Naam Yoga, that person is a grower, a knower of scriptures, a writer of good poetry, a speaker, a giver, an enjoyer and a speaker of loving words.
Result of being born in Shiva Yoga
One who is born in Shiva Yoga, is the person who deserves all the welfare, is like Mahadev in the world and is always full of wisdom. 20.
Result of being born in Siddha Yoga
The person who is born in Siddha Yoga, the person who gives the accomplishment of the mantra, the person who gives the accomplishment, is endowed with the divine woman and is endowed with all the wealth.
Result of being born in Sadhya Yoga
One who takes birth in Sadhya Naam Yoga, is a man of accomplishment, a woman with more mental fame, a very lazy person, who attains complete happiness, is famous in the world and agrees to all. , 22..
Result of being born in auspicious yoga
One who is born in an auspicious yoga, is a man with an auspicious face, is wealthy, is endowed with knowledge of science, is a giver, is a worshiper of brahmins. 23
Result of being born in Shukla Yoga
One who is born in Shukla Naam Yoga, that person is perfect in all arts, who knows all knowledge, great poet, great majestic, brave, rich and is dear to all. 24
Result of being born in Brahma Yoga
One who is born in Brahmayoga is a great scholar, versed in the Vedas, engaged in the knowledge of Brahman and skilled in doing all things. ..25..
Result of being born in Andre Yoga
One who is born in the name of Andra Yoga, that person who is born in the royal family is definitely a king, short-lived, but a happy enjoyer and a virtuous person. 26
Result of being born in Vaidhriti Yoga
One who is born in yoga called Vaidhriti, that person who is always enthusiastic, is adorned with ornaments, even if he loves, everyone feels bad. 27
(respectively)
Tomorrow article on the topic "Results of being born in different Karanas".
upcoming articles
1. Article on the astrological topic "Fruits of taking birth in different yogas" on 21st February
2. Article on the astrological topic "Fruits of being born in different Karanas" on 22 February
3. Article on "Vijaya Ekadashi" on February 23
4. Serial article on the topic "Lord Shiva and Mahashivratri" from February 24
5. Serial articles on "Holashtak, Holika Dahan and Dhulandi" will start soon.
Long live Rama
Today's Panchang, Delhi
Monday,21.2.2022
Shree Samvat 2078
Shaka Samvat 1943
Surya Ayan- Uttarayan, Round-South Round
Rituah - Shishir - spring season.
Month- Falgun month.
Paksha - Krishna Paksha.
Date - Panchami date up to 8 pm
Moon Sign - Moon in Libra.
Nakshatra - Chitra Nakshatra till 4:17 pm
Yoga- Ganda Yoga till 1:04 pm (inauspicious)
Karan- Kaulav Karan till 8:36 am
Sunrise 6:54 am, Sunset 6:15 pm
Abhijit Nakshatra - 12:12 pm to 12:57 pm
Rahukaal - 8:19 am to 9:44 am (Good work prohibited, Delhi)
Direction – East direction.
February Lucky Days:- 21, 22 (till 4 pm), 23 (after 3 pm), 24 (up to 1 pm), 25 (after 12 pm), 26 (after 11 am)
February inauspicious days:- 27, 28
Upcoming fasts and festivals:-
20th February – Sankashti Chaturthi. 27 February - Vijaya Ekadashi. 28 February - Pradosh fast (Krishna). 1 March - Mahashivratri. March 2 - Falgun Amavasya. March 10 - Holashtak begins. March 14- Amalaki Ekadashi / Meen Sankranti (Punyakaal till March 15 midday) March 15- Pradosh fast (Shukla) March 17- Holika Dahan. March 18- Holi/Falgun Purnima Vrat. March 21 - Sankashti Chaturthi. March 22 - Shrirang Panchami. March 25 - Sheetlashtami fasting. March 28 - Papmochini Ekadashi. March 29- Mangal Pradosh Vrat (Krishna). March 30 - Monthly Shivratri.
Special:- The person who lives outside Varanasi or outside the country, he can get astrological consultation by phone, by paying the consultation fee through Paytm or Bank transfer for astrological consultation.
Have a good day .
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